Distanced from Kangana : भाजपा ने 3 कृषि कानून वापसी की कंगना की मांग से फिर पल्ला झाड़ा!

बकायदा बयान जारी करके कहा कि ये उनका व्यक्तिगत विचार, वे अधिकृत नहीं!

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Distanced from Kangana : भाजपा ने 3 कृषि कानून वापसी की कंगना की मांग से फिर पल्ला झाड़ा!

New Delhi : मंडी की सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत भाजपा के लिए नई मुसीबत बनती जा रही है। उनके विवादास्पद बयानों से बचने के लिए भाजपा को दूसरी बार पल्ला झड़ना पड़ा। हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा की सांसद कंगना रनौत ने रद्द किए 3 कृषि कानूनों को वापस लागू करने की मांग की है। हरियाणा चुनावों के बीच सामने आए इस बयान के बाद भाजपा ने फिर कंगना के बयान से किनारा किया। पहले भी भाजपा उन्हें नीतिगत मुद्दों पर बयानबाजी करने से रोक चुकी है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता गौरव भाटिया ने वीडियो जारी करके कंगना को 3 कृषि कानूनों पर बोलने के लिए अनधिकृत बताया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भाजपा की सांसद कंगना रनोट का बयान 3 कृषि कानूनों का लेकर, जो पहले वापस लिए गए थे, चल रहा है। मैं बिल्कुल स्पष्टता से कहना चाहता हूं कि ये बयान कंगना रनौत का व्यक्तिगत है। भारतीय जनता पार्टी की और से कंगना रनौत ऐसा कोई बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और न उनका बयान पार्टी की सोच है, जो 3 कृषि कानूनों को लेकर उसको दर्शाता है। इसलिए उस बयान का हम खंडन करते हैं।

किसानों को खुद मांग करना चाहिए 
2 दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कंगना रनौत ने 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए। नवंबर 2021 में केंद्र सरकार को 14 महीने के बाद किसान आंदोलन के बाद ये कानून वापस लेने पड़े थे। प्रधानमंत्री ने खुद इन कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा की थी।

विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा 
कंगना के इस बयान के बाद विपक्ष ने भी कंगना के साथ भाजपा की घेराबंदी शुरू कर दी। पंजाब से अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने तो भाजपा को कंगना को पार्टी से निकालने और उस पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) लगाने की मांग की। इसके साथ ही हरियाणा कांग्रेस ने भी इसका विरोध किया और कहा कि भाजपा फिर से 3 कृषि कानून वापस लाने का प्लान बना रही है। कांग्रेस किसानों के साथ है। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना भी जोर लगा लें, ये कानून लागू नहीं होने दिए जाएंगे। पंजाब लोकसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि भाजपा अपने किसान विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए रनौत का इस्तेमाल कर रही है, उन्होंने सरकार से तत्काल स्पष्टीकरण देने की मांग रखी थी।

दूसरी बार भाजपा ने मुंह फेरा
3 कृषि कानूनों पर कंगना का ये तीसरा बयान था। हिमाचल प्रदेश के मंडी में दिए गए बयान से पहले भी कंगना 2 बार कृषि कानूनों पर बोल चुकी हैं और सांसद बनने के बाद ये उनका दूसरा बयान है। वहीं, सांसद बनने के बाद आए उनके बयान से भाजपा पहले भी पल्ला झाड़ चुकी है। 26 अगस्त को भाजपा को बयान जारी करना पड़ा था। जिसमें लिखा था कि पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। वे पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। भाजपा ने कंगना को हिदायत दी है कि वे इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें।