Rewarded for Saving Life : विधायक मधु वर्मा को CPR देकर जान बचाने वाले सिपाही को CM ने 50 हजार इनाम दिया!
CM ने सिपाही की पीठ थपथपाई और आउट ऑफ टर्न प्रमोशन की घोषणा की।
देखिए वीडियो : CM ने कैसे सराहना की!
Indore : राऊ विधानसभा से भाजपा विधायक मधु वर्मा को पिछले दिनों हार्ट अटैक आया था। उनकी सुरक्षा में तैनात एसएएफ के सिपाही अरुण सिंह भदौरिया ने उन्हें समय पर सीपीआर देकर उनकी जान बचा ली। इतना ही नहीं सिपाही विधायक के पीए के साथ रांग साइड गाड़ी चलाते हुए उन्हें 7 मिनट में अस्पताल भी लेकर पहुंचाया। सिपाही की इस कुशलता और तत्परता के चलते विधायक की जान बच गई। शनिवार का दिन सिपाही के लिए कुछ खास रहा। विधायक मधु वर्मा से मिलने अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव को जब सिपाही की तत्परता के बारे में पता चला तो उन्होंने उसे 50 हजार रुपए नकद और आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने का ऐलान किया।
उल्लेखनीय है कि 24 सितंबर की सुबह राहु विधायक मधु वर्मा अपने इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित घर पर रोजाना की तरह कार्यकर्ताओं जनता से बातचीत कर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। इस बीच करीब 9:30 बजे अचानक उनके सीने में दर्द उठा और वह कुर्सी पर बैठे-बैठे ही बेहोश हो गए। इस दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात यह एसएएफ के सिपाही अरुण सिंह भदौरिया और गार्ड महेश पुरा माजरा समझ गए। उन्होंने विधायक के पीए भानु हार्डिया को तुरंत कार निकालने के लिए कहा ताकि वर्मा को अस्पताल ले जाया जाए। इसके बाद बिना समय गंवाए उन्हें सीपीआर देना शुरू किया।
इसके बाद उन्हें तुरंत कार में डालकर आईटी पार्क चौराहे से रॉन्ग साइड 7 मिनट में जो जुपिटर अस्पताल पहुंचा दिया। जहां डॉक्टरों ने मधु वर्मा का इलाज किया और उनकी जानकारी समय पर मिले सीपीआर और इलाज से जान बच गई।
शनिवार को जब मुख्यमंत्री मोहन यादव विधायक मधु वर्मा से मिलने और उनका हाल-चाल जानने के लिए जुपिटर अस्पताल पहुंचे, तो इस दौरान उन्हें जानकारी मिली कि कैसे अरुण भदोरिया ने उनकी जान बचाई है। मुख्यमंत्री ने अरुण भदोरिया की पीठ थपथपाई और उसकी तारीफ करते हुए 50 हजार का नकद इनाम और आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने का ऐलान किया।
सिपाही अरुण सिंह ने कहा कि हमें विभाग की ओर से सीपीआर की ट्रेनिंग मिली थी, जो काम आई। विधायक मधु वर्मा को अचानक दिल का दौरा पड़ा तो मुझे स्थिति समझते देर नहीं लगी। मैंने तुरंत सीपीआर दिया और अस्पताल ले गए।
भदौरिया ने बताया कि वे जनवरी 2024 से ही विधायक की सुरक्षा में हैं। वे 2002 से विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कीभी सुरक्षा ड्यूटी में तैनात रहे हैं। करीब 17 साल खंडवा विधायक नंदकुमार सिंह चौहान के सुरक्षाकर्मी रहे और उनके गुजरने के बाद एक साल तक उनके बेटे हर्षवर्धन सिंह को सुरक्षा दी।