Anurag Jain – Exellent Officer, Good Player : पढ़ाकू कहे जाने वाले IAS अनुराग जैन ने टेनिस में 11 नेशनल अवॉर्ड जीते!

'जन धन योजना' के सफल क्रियान्वयन ने उन्हें प्रधानमंत्री का चहेता अफसर बनाया! 

512

Anurag Jain – Exellent Officer, Good Player :पढ़ाकू कहे जाने वाले IAS अनुराग जैन ने टेनिस में 11 नेशनल अवॉर्ड जीते!

Bhopal : मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन नवरात्रि के पहले यानी आज गुरुवार 3 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की कुर्सी पर बैठेंगे। वे वीरा राणा की जगह लेंगे, जो सोमवार को सेवानिवृत्त हो गईं।

अनुराग जैन बेहद होनहार और काबिल अफसर माने जाते हैं और प्रदेश से लेकर केंद्र तक महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अनुराग जैन 1989 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी हैं। अभी तक वे प्रतिनियुक्ति पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में सचिव पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उन्हें प्रधानमंत्री की पसंद का अधिकारी माना जाता है। वैसे तो अनुराग अगस्त 2025 में रिटायर होंगे लेकिन उनके इसके बाद भी एक्सटेंशन से इंकार नहीं किया जा सकता।

IMG 20241003 WA0018

मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले अनुराग जैन का जन्म 11 अगस्त 1965 को हुआ। वे पढ़ाई में तेज रहे। आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। 1986 में आईआईटी से पढ़ाई पूरी की और अपने कॉलेज के सेकंड टॉपर रहे। इसके बाद अनुराग ने सिविल सर्विसेज में जाने का मन बनाया और यूपीएससी की तैयारी में जुट गए।

उन्हें 1988 में सफलता मिली और वे 1989 बैच के IAS अधिकारी बन गए। बाद में उन्होंने अमेरिका की मैक्सवेल यूनिवर्सिटी से लोक प्रशासन में एमए की डिग्री ली।

 

 *टेनिस में 11 नेशनल अवॉर्ड जीते* 

वे अपने विद्यार्थी जीवन में पढ़ाकू माने जाते थे। लेकिन, वे खेल के मैदान में भी अपनी प्रतिभा साबित कर चुके हैं। वे टेनिस में 11 नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं, जो उनकी इस खेल में महारत बताता है। वे क्रिकेट के भी बहुत अच्छे खिलाड़ी रहे हैं और मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व भी कर चुके।

IMG 20241003 WA0019

*जन धन योजना ने लोकप्रियता दिलाई*

अनुराग जैन जहां भी रहे, उन्होंने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। IAS बनने के बाद अनुराग जैन की पहली पोस्टिंग असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में सागर में 6 जून 1990 में हुई थी. वे 26 अगस्त 1991 तक यहां पदस्थ रहे। वे मंडला, मंदसौर और भोपाल में कलेक्टर रह चुके हैं। 2005 में वे तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिव भी रहे। 2011 से 2015 तक उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव का पद संभाला। जन धन योजना के समय वे वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव थे। इस योजना के सफल क्रियान्वयन के बाद उन्हें प्रधानमंत्री की टीम में नियुक्त किया गया था।

इसके बाद विधानसभा चुनावों से पहले उनकी प्रदेश में वापसी हुई और यहां वित्त विभाग की जिम्मेदारी संभाली। 2020 में वह फिर से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। अब उन्हें बतौर मुख्य सचिव मध्य प्रदेश में वापस नियुक्ति मिली है। अनुराग जैन ने कई प्रदेश के कई मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समय भी ब्यूरोक्रेट के रूप में काम किया, वहीं शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में भी वह विभिन्न भूमिकाओं में रहे। कमलनाथ की सरकार में अनुराग जैन को एमपी का वित्त सचिव बनाया गया था।

IMG 20241003 WA0011

 *परफॉर्मेंस एंड इंटीग्रिटी टॉप पर* 

अनुराग के लिए परफॉर्मेंस एंड इंटीग्रिटी टॉप पर रहीं है। पंप एंड शो वाले अधिकारियों के दिन अब नहीं रहेंगे। मान के चलिए दिखावा करने वाले अधिकारियों के दिन लद गए।

*भोपाल को मिलेगा फायदा* 

अनुराग भोपाल के कलेक्टर रहे है। भोपाल के प्लानिंग है और विकास को लेकर अब विशेष फोकस हो सकता है। बहुत से रुके हुए मैटर विशेष कर मास्टर प्लान, ग्रीन एरिया, तालाब के संदर्भ में अब सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।

*सरल स्वभाव व्यावहारिक दृष्टिकोण* 

अनुराग सरल स्वभाव और व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए जाने जातें है लेकिन इसका कोई बेजा फायदा भी नहीं उठा सकता। हां उनके स्नेहिल स्वभाव का एक फायदा यह होगा कि ACS और PS का मुख्य सचिव के बीच बेहतर समन्वय होगा। कुल मिलाकर इससे विकास और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मदद मिलेगी।

*वित्त मामलों के जानकार* 

अनुराग को वित्त प्रबंधन से जुड़े मामलों का अच्छा जानकार माना जाता है। वित्तीय मामलों के जानकार होने के कारण उनके कार्यकाल में प्रदेश की आर्थिक स्थिति भी बेहतर रहने की आशा करनी चाहिए। इस मामले में अब ठोस और सकारात्मक निर्णय देखने को मिलेंगे।

 *लोग उन्हें ‘हाइवे मैन’ इसलिए कहने लगे* 

अभी तक अनुराग जैन की तैनाती केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय में थी, जहां वह सचिव के पद पर पदस्थ थे। उन्होंने मंत्रालय के कई प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा किया और कई अहम मसलों को सुलझाते हुए हाईवे निर्माण के काम को गति दी। पीएम गति शक्ति परियोजना पर भी अनुराग जैन का विशेष फोकस रहा। इस वजह से लोग उन्हें ‘हाइवे मैन’ कहने लगे। अनुराग जैन की अगुवाई में सड़क एवं परिवहन विभाग में कई नए प्रयोग हुए, जिनकी देशभर में सराहना की गई।

उम्मीद की जानी चाहिए कि अनुराग की नई पारी से मध्य प्रदेश में कई मामलों में कुछ नया, बेहतर और सकारात्मक देखने को मिलेगा, इंतज़ार कीजिए!