भोपाल में 1.25 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए जल्द लांच होगा अलग से एप, 2026 तक लगने हैं 11 लाख स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर के लिए तैयार हो रहा डेटा सेंटर, एप के जरिए होगा रिचार्ज

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भोपाल में 1.25 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए जल्द लांच होगा अलग से एप, 2026 तक लगने हैं 11 लाख स्मार्ट मीटर

भोपाल:मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र में करीब तीन महीने से स्मार्ट मीटर लगाने का काम जारी है। राजधानी के कोलार क्षेत्र में अगस्त महीने से यह काम शुरू हुआ था। अब तक करीब चार हजार से ज्यादा स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। राजधानी के करीब सवा लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करने के लिए अलग से एप लांच होगा। यह काम दो महीने के अंदर होने की उम्मीद है। बिजली कंपनियों का दावा है कि स्मार्ट मीटर और अंडर ग्राउंड केबल से बिजली कंपनियों का लाइन लॉस में कमी आएगी।

वर्तमान में शहर के दूसरे क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो गया है। इन स्मार्ट मीटर की मॉनीटरिंग के लिए अलग से डेटा सेंटर तैयार किया जा रहा है। इस सेंटर पर स्मार्ट मीटर से कलेक्ट डेटा का एआई एनालिसिस किया जाएगा। इससे स्मार्ट मीटर के साथ होने वाली छेड़छाड़ को तत्काल पकड़ा जा सकेगा। इस सेंटर में एनर्जी का आडिट भी होगा।

हर 15 मिनट में मिलेगी बिजली खपत की सूचना

केंद्र सरकार की योजना के तहत प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। अभी शहरी क्षेत्रों में मीटर लग रहे हैं। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना है। स्मार्ट मीटर लगाए जाने का खर्च उपभोक्ताओं से नहीं लिया जा रहा है। यह पूरी तरह से नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद हर 15 मिनट में उपभोक्ता के मोबाइल पर बिजली खपत की जानकारी मिलेगी। स्मार्ट मीटर से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। अगर कोई छेड़छाड़ करता है, तो उसकी जानकारी तत्काल कंपनी के पास पहुंच जाएगी। घरों में लगने वाले स्मार्ट मीटर इंटरनेट से कनेक्ट रहेंगे।

*साल 2026 तक लगने हैं 11 लाख स्मार्ट मीटर* 

भोपाल में शुरूआत में यानी जून 2025 तक 1 लाख 8 हजार 128 स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। फिर हर महीने स्मार्ट मीटर लगाए जाने का टारगेट है। जून 2026 तक 11 लाख 42 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। स्मार्ट मीटर पहले 11 केवी फीडर वार कंज्यूमर इंडेक्सिंग का काम किया जा रहा है, जिसके वितरण-ट्रांसफॉर्मर और उससे जुड़े विद्युत कनेक्शनों का डेटा मोबाइल एप पर लिय दौरान विद्युत-कनेक्शनों के जीपीएस लोकेशन के साथ-साथ मीटर और सर्विस मौके पर जांची जाएगी। उपभोक्ता प्रतिष्ठानों में मीटर स्थापना के लिए आश्यक होने एवं मीटर शिफ्टिंग का कार्य भी किया जाएगा।