Clues of Robbers Found : 6 लाख के जेवर लुटने वाले पाटनीपुरा से रिक्शा में बैठे, बाइक मिली, चेहरे सामने आए!
घटना स्थल से लेकर लवकुश चौराहा तक पुलिस ने 400 सीसीटीवी कैमरे खंगाले!
Indore : राणीसती गेट के पास रियल इस्टेट कारोबारी के साथ रविवार को हुई लूट 6 लाख के जेवरों की लूट की वारदात के बाद पुलिस की पांच टीमें लगातार आरोपियों को पकड़ने में लगी है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी पर दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। पुलिस को अब तक कि जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
लूट की इस वारदात में शामिल बदमाशों ने चोरी की बाइक का इस्तेमाल किया था। यह बाइक छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र से घटना के एक दिन पहले रात में चुराई गई थी। इसके बाद दूसरे दिन वारदात करके बाइक को बाणगंगा क्षेत्र में छोड़कर भाग निकले। तुकोगंज थाना प्रभारी जितेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि बदमाशों ने कमलेश अग्रवाल, उसके बेटे और पड़ोसी को धारदार हथियारों से धमकाकर 6 लाख रुपए के जेवर लूट लिए थे। दिनदहाड़े हुई इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें भोपाल, देवास, उज्जैन तरफ रवाना की गई थी।
400 सीसीटीवी कैमरे खंगाले
वारदात के बाद आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने घटना स्थल से लेकर लवकुश चौराहा तक 400 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान बाणगंगा औद्योगिक क्षेत्र में वारदात में प्रयुक्त बाइक मिली। यहां से बदमाश बस अथवा कार से उज्जैन तरफ जाने की बात सामने आई है।
आटो से आकर की थी चोरी
कैमरे खंगालते हुए जब पुलिस आगे बढ़ी, तो एक कैमरे में दोनों बदमाश पाटनीपुरा चौराहा से आटो रिक्शा में बैठकर जाते दिखे। पुलिस ने रिक्शा चालक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वेशभूषा और भाषा से दोनों बदमाश बाहरी लग रहे थे। वे सरवटे बस स्टैंड के पास उतरे थे। इसके बाद कहां गए, पता नहीं चल सका।
पीछे के कैमरे खंगालना शुरू
दोनों बदमाश पाटनीपुरा तक कैसे पहुंचे। इसकी जानकारी निकालने पीछे के कैमरे खंगाले जाएंगे। पीछे के कैमरों से पुलिस को उनके आने, ठहरने का पता चल सकता है।
विजयनगर लूट में भी इनके शामिल होने की संभावना
जोन तीन के पुलिस उपायुक्त हंसराज सिंह के अनुसार, दोनों बदमाशों ने जिस तरह की वारदात राणी सती गेट के पास की थी, उसी तरह की वारदात विजयनगर थाना क्षेत्र में भी हुई थी, इससे यह संभावित लग रहा है कि विजयनगर में भी इन्हीं बदमाशों ने लूट की होगी।
आरोपियों तक पहुंची पुलिस
पुलिस की लगातार मशक्कत के बाद आरोपियों के चेहरे सामने आ गए हैं। चेहरे के आधार पर उनकी तलाश करने सोशल मीडिया और अन्य जिलों की पुलिस से मदद ली जा रही है। थाना प्रभारी की मानें तो चेहरे सामने आने के बाद एक-दो दिन में बदमाश पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
लवकुश चौराहे के कैमरे मददगार
बदमाशों की आखिरी लोकेशन लवकुश चौराहा तक मिली है। पुलिस यहां लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। यहीं के कैमरों से स्पष्ट हो सकेगा कि बदमाशों ने भागने के लिए किस वाहन का उपयोग किया। इस रूट पर चलने वाली बसों के यात्रियों का भी पुलिस पता लगा रही है। कंडक्टर और चालकों से भी बातचीत की जा रही है।