Share Market: बजट भाषण से शेयर बाजार में तेजी 

सेंसेक्स में 900 अंकों का उछाल, निफ्टी 17500 के पार

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Share Market: बजट भाषण से शेयर बाजार में तेजी 

New Delhi : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) संसद में Union budget-2022 पेश किया। यह मोदी सरकार का 10वां बजट है।  बजट से शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी दिखी। BSE का सेंसेक्स करीब 850 अंकों की तेजी पर रहा। वहीं निफ्टी 17,500 के करीब रहा।

सोमवार को इकोनॉमिक सर्वे 2022 से बाजार में तेजी का अनुमान था। बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में 1.4 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। सोमवार को Sensex 813 अंक चढ़कर 57,845 पर बंद हुआ। अगले वित्त वर्ष में GDP विकास दर 8-8.5 फीसदी और 2021-22 में 9.2 फीसदी रहने की उम्मीद है।

– वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अपने बजट भाषण में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पनबिजली और सौर परियोजनाओं के लिए आवंटन की घोषणा के बाद बिजली शेयरों में मजबूती आई।

– वित्त वर्ष 2023 में पनबिजली और सौर परियोजनाओं के लिए आवंटन के बाद अदानी पावर, टाटा पावर ने 3-4% की तेजी दिखाई दी।

– केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में Union Budget-2022 पेश कर रही हैं। शेयर बाजार में करीब 1.49 फीसदी की तेजी देखी जा रही है।

– बाजार में जबरदस्त उछाल के बीच टाटा मोटर्स के शेयरों में गिरावट देखी जा रही है। लेकिन टाटा कंस्लटेंसी सर्विसेज और टाइटनके शेयरों ने पकड़ बनाई हुई है।

– बजट से पहले कारोबार में उर्वरक (Fertiliser) कंपनियों के शेयरों में 2-9 फीसदी की तेजी है। स्टॉक इस उम्मीद में अधिक कारोबार कर रहे हैं कि सरकार उर्वरक सब्सिडी के लिए आवंटन में वृद्धि करेगी।

– सेंसेक्स 800 अंकों से ज्यादा उछाल के साथ 59,000 अंक के करीब है। निफ्टी 240 अंक चढ़कर 17,540 के स्तर पर है। फोकस में स्टॉक: एनटीपीसी, कोल इंडिया, अदानी पावर, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, अदानी ग्रीन एनर्जी, स्टर्लिंग और विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी।

2022 की शुरुआत से शेयर बाजार में तेजी
मौजूदा साल 2022 में अगर बाजार का रुख देखें तो जनवरी Share Market के लिए बेहतर साबित हुआ है। बाजार में पॉजिटिव और निगेटिव दोनों ही फैक्टरों की मौजूदगी है। देश में कोविड-19 के ओमिक्रोन वेरिएंट संक्रमण के चलते, कुछ राज्यों में पाबंदियां भी लगी हैं, इस वैरिएंट को लेकर ग्लोबल कंसर्न भी बना हुआ है।

अनुमान है कि यूएस फेड इस साल तीन बार ब्याज दरें बढ़ा सकता है, जबकि महंगाई भी एक अहम कंसर्न बना हुआ है। वहीं अगर पॉजिटिव फैक्टर्स के ओर देखे तो मार्केट में एक बार फिर विदेशी इन्वेस्टर्स का पैसा आने लगा है। साथ ही घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) भी सपोर्ट कर रहा है और कारपोरेट अर्निंग में सुधार के बीच इकोनॉमिक रिकवरी भी जारी है।