Ratlam News: एक संस्था जिसके माध्यम से होता है लावारिस और गुमनाम लोगों का अंतिम संस्कार

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

रतलाम: रतलाम नगर में एक ऐसी संस्था है जिसके माध्यम से लावारिस और गुमनाम लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है।

अविवाहित और अकेले रहने वाले खुमान सिंह पिता भुवानसिंह चौहान 55 वर्ष जो 20 वर्ष से लकवे से ग्रस्त हो गए।वो मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। विगत 13 दिसंबर को राम मंदिर चौराहे पर बीमारी की हालत में पड़े होने से क्षेत्र के समाजसेवियों ने उन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचा दिया।आइसोलेशन वार्ड में भर्ती खुमान सिंह को डॉक्टरों की बचाने की भरपूर कोशिशें व्यर्थ साबित हो गई और 16 दिसंबर को मृत्यु हो जाने पर काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने श्रीमती ममता राजेश तिवारी द्वारा प्रदत राशि से मृतक का अंतिम संस्कार भक्तन की बावड़ी पर कर दिया था।

मृतक के बड़े भाई नरेंद्रसिंह पिता भुवानसिंह चौहान को अपने छोटे भाई की मृत्यु की जानकारी मिली तो भाई की अस्थियां लेने वह भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पहुंचे तब समाजसेवी जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी से अपने छोटे भाई की अस्थियां पाकर वह दुःख में रो पड़े।

उन्होंने बताया कि चार-पांच दिन जब भाई नहीं दिखे उनकी खोजबीन करने पर रात्रि में अस्पताल पुलिस चौकी के माध्यम से फोटोग्राफर सुनील डागा के यहां भाई के फोटो देखने पर मैंने भाई को पहचाना।

परिवार में छोटे भाई खुमान सिंह के अलावा बहन श्रीमती कमला परिहार कनेरी में निवास करती है।

भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर व्यवस्था प्रमुख मनोज बोरवाल, कैलाशनाथ एवं भतीजे शैलेंद्र चौहान की उपस्थिति में अस्थियां मृतक के बड़े भाई नरेंद्र सिंह को सौंपी गई।

देखिए वीडियो: अपने भाई की अस्थियां पाकर कैसे रो रहे हैं नरेन्द्र सिंह-