Wedding Procession was Thwarted : बारात का इंतजार, पर बारात पहुंची कहीं और, फिर जो हुआ वो नाटक से कम नहीं!

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Wedding Procession was Thwarted : बारात का इंतजार, पर बारात पहुंची कहीं और, फिर जो हुआ वो नाटक से कम नहीं!

बारात नहीं आई, तो लड़की वालों ने बिचौलिए को बंधक बनाया, मामला पहुंचा पुलिस के पास!

Muzaffarpur (Bihar) : शादी के लिए तय जगह पर जब बारात नहीं पहुंची, तो लड़की वालों को गलतफहमी हुई, बारात के इंतजार में पूरी रात गुजर गई। जब इंतजार के बाद भी बारात नहीं पहुंची, तो सुबह होते ही दुल्हन पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामला मुजफ्फरपुर के बोचहां थाना क्षेत्र के मैदापुर पंचायत के काशीरामपुर गांव का है।

कटरा थाना क्षेत्र के शिवदासपुर गांव की कंचन कुमारी की शादी समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के भेरोखरा गांव निवासी पंकज शर्मा से तय थी। शादी के लिए काशीरामपुर में बारात का इंतजार किया जा रहा था। लेकिन, दूल्हा और बारात नहीं पहुंचे। देर रात तक फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन लड़का पक्ष नहीं आया। इससे वधू पक्ष के घर में मायूसी छा गई।

जब बारात नहीं पहुंची, तो शादी की अगुवाई कर रही अनीता शर्मा और लड़के की बहन शोभा देवी को बुलाया गया। आते ही वधू पक्ष के लोगों ने दोनों को बंधक बना लिया। पूछताछ के बाद डायल 112 पुलिस टीम को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने तीन घंटे तक वर पक्ष से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने बिचौलिए की गाड़ी भी जब्त कर ली।

हाई वोल्टेज ड्रामा और पुलिस की पहल

इसके बाद लड़की पक्ष के सभी लोग बोचहां थाना पहुंचे। थाने में दोनों पक्षों के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा चला और ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। बोचहां थाना प्रभारी राकेश कुमार यादव ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों को फटकार लगाई। उनकी पहल पर लड़का पक्ष, दूल्हे पंकज शर्मा के साथ थाने पहुंचा। थाना प्रभारी की पहल पर, थाने के पास स्थित प्रखंड परिसर के मां दुर्गा मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी संपन्न करवाई गई।

शादी स्थल को लेकर गलतफहमी

लड़की के मामा रवींद्र शर्मा ने बताया कि देर रात तक बारात नहीं आई। वहीं, लड़के के पिता उमाकांत शर्मा ने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण मंदिर में शादी तय हुई थी। उन्होंने बताया कि बारात को ताजपुर से सकरा रेलवे गुमटी पर स्थित दुर्गा मंदिर में आना था। जबकि, लड़की पक्ष वाले मैदापुर के बगल में सरफुद्दीनपुर स्थित मंदिर में बारात का इंतजार करते रह गए। इसी गलतफहमी के कारण शादी तय समय पर नहीं हो पाई। पुलिस की पहल पर मंदिर में शादी हुई और मामला सुलझ गया।