Big Announcement Of CM Dr Yadav: शिक्षकों को मिलेगा चतुर्थ वेतनमान, प्रदेश के 1 लाख 50 हजार शिक्षक होंगे लाभान्वित

शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में तीन श्रेणियों के शिक्षकों को किया सम्मानित, मुख्यमंत्री ने 55 लाख विद्यार्थियों को गणवेश खरीदने के लिए 330 करोड़ रुपए की धनराशि की अंतरित

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Big Announcement Of CM Dr Yadav: शिक्षकों को मिलेगा चतुर्थ वेतनमान, प्रदेश के 1 लाख 50 हजार शिक्षक होंगे लाभान्वित

भोपाल: राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने आज भोपाल में दीप प्रज्ज्वलन एवं डा. सर्व‌‌‌पल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह-2025 का शुभारंभ किया। समारोह में तीन श्रेणियों में शिक्षकों को सम्मानित किया गया।

इस मौके पर कक्षा 1 से 8 के 55 लाख विद्यार्थियों को गणवेश खरीदने के लिए 330 करोड़ रुपए की धनराशि अंतरित की गई।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के शैक्षणिक संवर्ग के सहायक शिक्षक, उच्च शिक्षक, नवीन शैक्षणिक संवर्ग के प्राथमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षकों को चतुर्थ कार्यमान वेतनमान दिया जाएगा। इससे प्रदेशभर के 1 लाख 50 हजार शिक्षक लाभान्वित होंगे। इसके लिए जल्द ही कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा और वित्त वर्ष 2025-26 से सभी पात्र शिक्षकों को चौथे वेतनमान की सौगात मिलेगी। इससे सरकार पर करीब 117 करोड़ रुपए का अतिरिक्त व्यय भार आएगा।

 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि ज्ञान पाना और ज्ञान देना, सुसंस्कृत समाज के निर्माण के लिए दोनों जरूरी है। ज्ञान का दान समाज की सेवा भी है और अपने नैतिक मूल्यों के प्रति समर्पण भी। हमारे गुरुजन बड़े प्रभावी तरीके से इस भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। गुरु के बिना जीवन तमस में होता है। गुरु ही अपने ज्ञान से सबके जीवन को ज्योतिर्मय बनाते हैं।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शिक्षा ही व्यक्ति को सुसंस्कृत और संस्कारवान इंसान बनाती है। दशरथनंदन राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाने का श्रेय आचार्य विश्वामित्र को जाता है, वहीं गुरु सांदीपनी ने कान्हा को वह शिक्षा दी, जिसने उन्हें भगवत गीता का ज्ञान देने वाला श्रीकृष्ण बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुजन सदैव पूजनीय हैं, क्योंकि वे अपने ज्ञान और परिश्रम से शिक्षा के मंदिरों को प्रकाशित करते हैं। प्रदेश सरकार शिक्षकों के मान-सम्मान के लिए निरंतर प्रयासरत है।

 

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इस अवसर पर सम्मानित सभी शिक्षकों का अभिवादन कर प्रदेश के विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में उनके योगदान की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को आदरांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे एक महान दार्शनिक और विद्वान थे, जिन्होंने राष्ट्रपति पद की गरिमा को अपनी प्रतिभा से गौरवान्वित किया।

 

राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 55 लाख से अधिक विद्यार्थियों को शाला गणवेश खरीदने के लिए 3330 करोड़ रुपए की धनराशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि भारतीय परंपरा में अनंत काल से ध्यान का आधार गुरु का स्वरूप, पूजा का आधार गुरु के चरण, मंत्र का आधार गुरु के वचन और मोक्ष का आधार गुरु की कृपा है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन काल में गुरु ही भविष्य के लिए शासक तैयार करते थे। जिस प्रकार महर्षि विश्वामित्र जी ने भगवान श्रीराम और लक्षमण को अपने साथ ले गए और उन्हें शस्त्र और शास्त्रों का ज्ञान देकर राक्षसों का नाश कराया। इसी प्रकार कंस का वध करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण उज्जैन में महर्षि सांदीपनि आश्रम पहुंचे और अनेक लीलाएं कीं।

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मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। दुश्मन से रक्षा के लिए हमारे वैज्ञानिकों ने आधुनिक सुदर्शन चक्र विकसित कर सेना को सौंपा है। भारत ने हमेशा वसुधैव कुटुम्बकम, जियो और जीने का संदेश दुनिया को दिया है। भारत ने विश्वगुरु रहते हुए शिक्षा के माध्यम से संस्कार दिए हैं। एआई के युग में आप मशीनें तो अच्छी से अच्छी बना सकते हैं, लेकिन संस्कार केवल गुरु ही दे सकते हैं। हजारों सालों से भारतीय संस्कृति ने संस्कारों के माध्यम से समाज को दिशा प्रदान की है, शिक्षा के क्षेत्र में तक्षशिला और नालंदा की भूमिका को कौन भूल सकता है।

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मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि भारत रत्न श्रद्धेय सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने अपने जन्मदिवस को शिक्षक दिवस और उनके सम्मान के रूप में मनाने की बात कही थी, तब से देशभर में 5 सितंबर को शिक्षकों का सम्मान किया जाता है। आदि शंकराचार्य जी का जीवन भी मध्यप्रदेशआकर ही बदला था। ओंकारेश्वर की धरती ने उन्हें शंकराचार्य बनाया। मध्यप्रदेश की पावन धरा ही ऐसी है, कि यहां आकर सबका जीवन बदल जाता है।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि आज प्रदेश के 55 लाख बच्चों को 330 करोड़ राशि गणवेश के लिए दी गई है। प्रदेश में सांदीपनि विद्यालय खोले जा रहे हैं। हमारे सरकारी स्कूलों का परिणाम निजी स्कूलों से बेहतर रहा है। जो 15 साल में सबसे अच्छा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इस उपलब्धि के लिए सभी शिक्षकों सहित शिक्षा विभाग के पूरे अमले को बधाई और शुभकामनाएं दीं।