कारपोरेट और बाजार विशेषज्ञ बसंत पाल की रिपोर्ट
कमजोर वैश्विक संकेतों से घरेलू शेयर बाजार में सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन (शुक्रवार को) निवेशक सतर्क रहे। बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई, लेकिन बाद में कुछ रिकवरी का रुख रहा। इससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में 80 अंकों से ज्यादा तेजी दर्ज की गई, वहीं निफ्टी 16600 के पार बंद हुआ।
आज के कारोबार में फार्मा शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है। निफ्टी पर फार्मा इंडेक्स 2 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ, वहीं निफ्टी पर मेटल, रियल्टी और एफएमसीजी इंडेक्स भी हरे निशान में बंद हुए। बैंक और फाइनेंशियल इंडेक्स भी बढ़त पर बंद हुए। हालांकि, आईटी और ऑटो इंडेक्स लाल निशान में रहे। फिलहाल सेंसेक्स में 86 अंकों की तेजी है और यह 55,550 के स्तर पर बंद हुआ है। जबकि, निफ्टी 36 अंक बढ़कर 16630 के लेवल पर बंद हुआ है। सेंसेक्स 30 के 16 शेयरों में मजबूती नजर आ रही ।
LIC का मुनाफा 235 करोड़
IPO लाने की तैयारी कर रही LIC ने फिस्कल ईयर 2022 की दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC का प्रॉफिट दिसंबर तिमाही में बढ़कर 234.91 करोड़ रुपए पहुंच गया है। बीमा कंपनी के मुताबिक, एक साल पहले दिसंबर तिमाही में LIC का प्रॉफिट 0.91 करोड़ रुपए था। 31 दिसंबर 2021 को खत्म पिछले 9 महीनों में कंपनी का प्रॉफिट 1642.78 करोड़ रुपए रहा जो पिछले साल की इसी तिमाही में सिर्फ 7.08 करोड़ रुपए था. कंपनी को मौजूदा फिस्कल ईयर के पहले 6 महीनों में इनवेस्टमेंट बेचकर 29,102 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था।
क्रूड में नरमी, महंगाई बढ़ी
ब्रेंट क्रूड 13 फीसदी गिरकर 109 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। जबकि, WTI क्रूड 12 फीसदी गिरकर 106 डॉलर प्रति बैरल पर है। हालांकि, रूस और यूक्रेन संकट को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है। रिपोर्ट आ रही हैं कि रूस की सेना कीव की ओर अभी भी लगातार बढ़ रही है।वहीं यूएस में फरवरी में महंगाई 7.9 फीसदी बढ़ी जो करीब 4 दशक में सबसे ज्यादा है।
आज के कारोबार में प्रमुख एशियाई बाजारों में बिकवाली देखने को मिल रही है। SGX Nifty में आधे फीसदी कमजोरी है, जबकि निक्केई 225 और हैंगसेंग 2 फीसदी से ज्यादा कमजोर हुए हैं। शंघाई कंपोजिट में 1.5 फीसदी के करीब गिरावट है। स्ट्रेट टाइम्स, ताइवान वेटेड और कोस्पी भी लाल निशान में ट्रेड कर रहे हैं।
औद्योगिक उत्पादन बढ़ा
देश का औद्योगिक उत्पादन (Industrial Output) जनवरी में 1.3 फीसदी बढ़ा है। जबकि, इसके पिछले महीने यानी दिसंबर 2021 में यह 10 महीने के निचले स्तर पर चला गया था। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) की तरफ से शुक्रवार को जारी एक आंकड़े में यह जानकारी दी गई।
औद्योगिक उत्पादन को IIP (Index of Industrial Production) के जरिए मापा जाता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन 0.4 फीसदी बढ़ा था। वहीं एक साल पहले जनवरी 2021 में इसमें 0.6 फीसदी का संकुचन या गिरावट देखा गया था।