रूस और यूक्रेन के युद्ध को 27 दिन बीत चुके हैं ,लेकिन अब हमारे यहां युद्ध पर नहीं किसी और विषय पर आंसू बहाये जा रहे हैं , ये आंसू भी कारोबार का एक हिस्सा हैं.यदि आप अपने भविष्य के लिए कुछ निवेश करना चाहते हैं तो भविष्य में बनने वाली रुदालियों के साथ ही बाबाओं की कंपनियों में भी निवेश कर सकते हैं. ज्योतिषी कहते हैं कि आजाद भारत में निवेश का यही अक्षत योग है .
ताजा खबर आ रही है कि देश-दुनिया में आयुर्वेद के जरिये अरबपति बने बाबा रामदेव ने देशवासियों के लिए निवेश का एक मौक़ा तैयार किया है . बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि सपोर्टेड रुचि सोया का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ ) अगले सप्ताह से खुल रहा है। यह एफपीओ करीब 4,300 करोड़ रुपये का है। रुचि सोया का एफपीओ 24 मार्च को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की आखिरी तारीख 28 मार्च है। बाबा रामदेव ने खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया को “वैश्विक ब्रांड” बनाने की महत्वाकांक्षा की घोषणा की है। रामदेव ने कहा कि कंपनी वैश्विक पहुंच को मजबूत करने के साथ-साथ भारत में ग्रामीण स्तर पर खुद को मजबूत बना रही है।
हमारे बाबा रामदेव भी बाबा नरेंद्र की तरह अति महत्वाकांक्षी हैं. मै दोनों का बहुत सम्मान करता हूं क्योंकि दोनों ने भारत की सोई हुई आत्मा को जागृत किया है .दोनों निशि-याम काम करते हैं .और जनता के लिए निवेश के नए-नए अवसर खोजते हैं. बाबा रामदेव का तो पता नहीं लेकिन बाबा नरेंद्र देव के तो खून में व्यापार है. वे पहले ही नेहरूकाल के तमाम सरकारी उद्यमों को जनता के हाथों में बेच चुके हैं .यहां तक कि अब देश के पास अपनी कोई विमान सेवा शायद नहीं बची है,और होगी भी तो नाम मात्र की .
इस समय हमारी सरकार देश को रुलाने वाले लोगों के साथ है,जख्म कुरेदने वालों के साथ है. इस समय देश रोजाना पैसे देकर रो रहा है.ये बात अलग है कि ये पैसे सरकारी पार्टी के मंत्रियों और विधायकों की जेब से जा रहे हैं .जनता लगातार रोटी रहे इसके लिए ही सरकार ने भी डीजल,पेट्रोल,और रसोई गैस के दाम बढ़कर जनता को रुलाने का प्रबंध कर लिया है .जनता ने खुद सरकार को इसका अधिकार जनादेश के जरिये दिया है .हमारे शहर के विवेक भाई देश की जनता को रुला-रुलाकर एक हफ्ते में सौ करोड़ से ज्यादा कमा चुके हैं .उनकी कमाई जारी है उन्होंने आंसू के बदले पैसा कमाने के लिए देश भर में 4000 से ज्यादा परदे किराये पर ले रखे हैं .
आंसुओं की गंगा में हाथ धोने के लिए बाबा रामदेव जो एफपीओ ला रहे हैं वो एफपीओ गुरुवार, 24 मार्च को सदस्यता के लिए खुलेगा और सोमवार, 28 मार्च, 2022 को बंद होगा।बाबा की कंपनी ने अपने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर के लिए ₹615 से ₹650 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है।
बाबा की कम्पनी की ओर से देश की जनता के लिए कुल 4,300 करोड़ रूपये की राशि के लिए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसमें सुपात्र कर्मचारियों के लिए 10 हजार इक्विटी शेयरों रिजर्व हैं। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 23 मार्च 2022 को खुलेगा । रुचि सोया इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजरों के साथ विचार-परामर्श कर रही है। इश्यू के तहत, योग्य संस्थागत खरीदारों 50 फीसदी से अधिक का प्रस्ताव आवंटन नहीं होगा। गैरसंस्थानिक बेंडर्स के लिए 15 फीसदी से ज्यादा का प्रस्ताव आवंटन नहीं होगा और रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी से कम का प्रस्ताव आवंटन के लिए उपलब्ध है।
बाबा धर्म -अधर्म से ऊपर उठकर बाजार में बिना लकुटिया के खड़े हुए हैं ,उन्होंने एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड जैसी कंपनियां इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया है
आपको बता दें कि वर्तमान में, पतंजलि के पास रुचि सोया का 98.9 फीसदी हिस्सा है, जबकि सार्वजनिक शेयरधारकों के पास 1.1 फीसदी ही है। एफपीओ के बाद, खाद्य तेल कंपनी में पतंजलि की हिस्सेदारी घटकर 81 फीसदी रह जाएगी, जबकि सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़कर 19 फीसदी हो जाएगी।असली मायनों में यही बहुजन सुखाय ,बहुजन हिताय कहा जाएगा .
आपको याद होगा कि 2019 में पतंजलि ने 4,350 करोड़ रुपये में एक दिवाला प्रक्रिया के जरिए रुचि सोया को खरीदा। रुचि सोया मुख्य रूप से तिलहन प्रोसेसिंग, खाना पकाने के तेल के रूप में उपयोग के लिए कच्चे खाद्य तेल को परिष्कृत करने, सोया उत्पादों के निर्माण और मूल्य वर्धित उत्पादों के व्यवसाय में काम करती है।
देश में मै उन गिने-चुने लोगों में से हूँ जो गालियां खाकर भी बहुजन हिताय,बहुजन सुखाय के लिए समर्पित होकर काम कर रहे हैं और आपको कुछ न कुछ ऐसा बताते रहते हैं ताकि आपकी पढ़ने और जानने की आदत बनी रहे.ताजा खबर ये है कि बाबा नरेंद्र की सरकार एयरलाइन कंपनी एयरइंडिया के बाद अब आईडीबीआई बैंक को बेचने की तैयारी में लग गई है। दरअसल, केंद्र सरकार वर्तमान में आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बेचने के लिए रोड शो यानी कि ओपन ऑफर का आयोजन कर रही है। इसकी जानकारी सोमवार को संसद में दी गई है।
लोकसभा में लिखित उत्तर में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने कहा ”रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) जारी करने से पहले निवेशकों की रुचि का आकलन करने के लिए रोड शो का आयोजन किया जा रहा है।”
हम समझते थे कि रोड शो केवल राजनीतिक दल ही करते हैं लेकिन अब पता चला कि ये काम बाजार वाले भी करते हैं .बिना रोड शो के बाजार का काम भी नहीं चलता .एक हम ही हैं जो बिना रोड शो के भी अपना काम चला रहे हैं .क्योंकि हमारा इरादा आपको रुलाकर कमाने का बिलकुल नहींx है .बहरहाल निवेश का मौक़ा है ,इसलिए किस्मत को जरूर आजमाइए .बाबा कि कम्पनी में निवेश कीजिये ,मुमकिन है कि बाबा की किस्मत के साथ आपकी किस्मत का भी कोई कनेक्शन हो और वो चमक जाये.