आज भाजपा का दामन थामेंगे बसपा और सपा विधायक! दोनों ही भोपाल पहुंचे

पढ़िये अंदर की पूरी खबर परानिधेश भारद्वाज के साथ

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भिंड: राजनीति में कब कहां क्या हो जाए यह किसी को पता नहीं रहता। राजनेता अपने स्वार्थ के लिए कब कहां किसके आगे झुक जाएं, किसका दामन थाम लें यह भी किसी को पता नहीं रहता, यहां तक कि उनके समर्थकों को भी। खास समर्थकों को भी महज इतना इल्म रहता है कि उनके नेता का कुछ इशारा हुआ है और उस पर उन्हें चलना होता है।

मध्यप्रदेश में अपनी सरकार बना चुकी कांग्रेस को महज 15 महीने में ही अपनी सरकार गंवानी पड़ी। क्यों कि एक तो वह अन्य दलों और निर्दलियों की वैशाखियों पर टिके थे और दूसरा वह अपने ही दूसरे धड़े को संतुष्ट नहीं कर सके। ऐसे में बाहर की हकीकत से दूर मुख्यमंत्री चैंबर के अंदर ही बैठकर सरकार चलाने की कोशिश करने वाले कमलनाथ महज 15 महीने ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह सके। सिंधिया समर्थक सरकार के विधायकों और मंत्रियों ने अपने नेता के नेतृत्व में कांग्रेस से बगावत करते हुये सामूहिक रूप से भाजपा का दामन थाम लिया। और 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस 15 महीने में ही सत्ता से हाथ धो बैठी।

दरअसल कांग्रेस सरकार को जनता का पूर्ण बहुमत नहीं था, ऐसे में वह निर्दलीय और अन्य दलों की वैशाखी के सहारे ही चल रही थी। जिसमें भिण्ड से बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह, पथरी बसपा विधायक रामा बाई और बिजावर से सपा विधायक राजेश शुक्ला का जमकर दबदबा था। और वह सरकार को अपने इशारे पर चला रहे थे, या यूं कहें उनके सभी काम सरकार में बेरोकटोक हो रहे थे।

लेकिन एकाएक ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा पाला बदल देने से सभी कांग्रेसी हतप्रभ रह गए। यहां तक कि कमलनाथ भी लाख कोशिशों के बावजूद अपनी सरकार नहीं बचा सके और नौबत उपचुनाव तक पहुंच गई। हालांकि उपचुनाव में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए कई विधायकों को पटखनी खानी पड़ी। लेकिन वायदे के मुताबिक उन्हें भाजपा में मंत्री पद के समकक्ष पदों से नवाजा गया। यही नहीं भाजपा सरकार बनाने में सहयोगी रहे कई अन्य दलों के आयातित नेताओं को भी मंत्री के समकक्ष पदों से नवाजा गया।

लेकिन ऐसे में फजीहत उन दलों के विधायकों की हुई जो कांग्रेस सरकार में दोनों हाथों में लड्डू लिए हुए थे। उपचुनाव के बाद भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने के बाद इन विधायकों की पूछ परख खत्म हो गई। हालांकि वह अपना नरम रवैया भाजपा की तरफ बनाए रहे। ऐसे में अब इन विधायकों के भाजपा में शामिल होने के कयास जो तमाम दिनों से लगाए जा रहे थे वह फलीभूत होते दिखाई दे रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह और बिजावर विधायक राजेश शुक्ला उर्फ बबलू भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं और वह मंगलवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।

भाजपा में शामिल होने वालों में पथरिया विधायक रामा बाई का भी नाम आ रहा है। लेकिन रमाबाई के नाम पर अभी संशय बना हुआ है। क्योंकि वह अपनी मर्जी की चलाती हैं। जबकि राजेश शुक्ला उर्फ बबलू संजीव सिंह कुशवाह के पुराने मित्र रहे हैं और उनके अनुसार ही वह अपना निर्णय ले सकते हैं। विधायकों के क्षेत्रों में यह बात फैल चुकी है कि दोनों ही विधायक मंगलवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।

इन चर्चाओं को बल ऐसे भी मिल रहा है कि भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह के घर के सामने से बस भरी जा रही है जो भोपाल के लिए रवाना होनी है। उनके भाजपा में शामिल होने के दौरान उनके कार्यकर्ताओं को भोपाल ले जाने के लिए बस उनके घर के सामने लगी हुई थी।

भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह के भाजपा में सम्मिलित होने की बात को पुख्ता करने के लिए जब उनके नंबर पर कॉल लगाया गया तो उनका मोबाइल नंबर लगातार बंद आता रहा। वहीं उनके पिता पूर्व भाजपा सांसद बसपा नेता डॉ रामलखन सिंह से जब इन तमाम चर्चाओं पर बात की गई तो उनका कहना है कि संजीव सिंह के भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं चल रही है जो उनको भी सुनने में आई हैं।

लेकिन उनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जब पूछा गया कि संजीव सिंह के साथ वह भी भाजपा में शामिल होंगे तो उनका कहना था कि यह बात बिल्कुल निराधार है। वह अभी भिण्ड में ही हैं और उन्हें संजीव सिंह के भाजपा के शामिल होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं जब पूर्व भाजपा सांसद डॉ राम लखन सिंह से सवाल किया गया कि समर्थकों के कहने पर संजीव सिंह भाजपा में शामिल हो रहे हैं क्या? तो उनका दो टूक जवाब था कि समर्थक तो चाहते हैं कि वह भाजपा में चले जायें लेकिन जो राजनेता होता है उसे समर्थकों के कहने पर फैसले नहीं लेना चाहिए।

ऐसे में पूर्व भाजपा सांसद बसपा नेता डॉ रामलखन सिंह कुशवाह के बयानों के बाद यह भी कहा जा रहा है कि अपने पिता की इच्छा के विपरीत संजीव सिंह कुशवाह भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं।

हालांकि जब विधायक के समर्थकों से बात की गई तो उन्होंने भी गोलमोल जवाब दिया। लेकिन यह जरूर है कि मंगलवार दोपहर तक कार्यक्रम में शामिल होकर संजीव सिंह कुशवाह एवं राजेश शुक्ला उर्फ बबलू भाजपा का दामन थाम सकते हैं। बिजावर विधायक राजेश सिंह से उनके मोबाइल नंबर 9425141255 पर बात की गई तो उनका कहना था कि उनके भाजपा में शामिल होने जैसी अभी कोई बात नहीं है, हालांकि वह भोपाल में ही हैं।