Troubled By Smart City Project : चुनाव प्रचार सामग्री के दुकानदार और ग्राहक परेशान

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पाइप लाइन डालने के लिए सड़क खोद दी

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Indore : राजवाड़ा से कृष्णपुरा पुल वाले मार्ग पर इन दिनों चुनाव सामग्री बेचने वाले दुकानदारों की मंडी खुल गई। लेकिन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (Smart City Project) के तहत बनने वाली सड़क के कारण इस मार्ग की दुर्दशा खुद अपनी हालत पर आंसू बहा रही है। आसपास के जिलों और शहरों कस्बों से आने वाले पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव के प्रत्याशियों तथा उनके कार्यकर्ताओं को आधा किमी सड़क को पार करने में भारी परेशनी हो रही है।
पिछले कई वर्षों से चुनाव प्रचार सामग्री की दुकानें कृष्णपुरा में ही लगती आ रही हैं। इस बार भी इस हिस्से में करीब 20 दुकानें प्रचार सामग्री के लिए खुली है। यहां थोक भाव में उम्मीदवारों की पसंद के मुताबिक प्रचार सामग्री, स्टीकर, झंडे, पोस्टर एवं अन्य सामग्री मिलने के कारण सुबह 9 बजे से लेकर देर रात तक उम्मीदवारों और उनके सहयोगियों की आवाजाही बनी रहती है। किन्तु, निर्माणाधीन सड़क के कारण इन दुकानों तक पहुंचने की चंद कदमों की दूरी भी मुश्किल होने लगी।
जगह-जगह दुकानों के सामने गड्ढे और पाइप लाइन डालने के लिए सड़कों को इस तरह से खोद दिया गया। खुद दुकानदार को भी अपनी दुकान तक पहुंचने और कारोबार शुरू करने में पसीने आ जाते हैं। जब से सड़क निर्माण शुरू हुआ है तब से दो-तीन बार काम पूरा होने की अवधि बढ़ाई जा चुकी है। अब यहां बिजली के खंभों के लिए भूमिगत तार डालने के लिए खुदाई की जा रही है, जबकि यह काम इसके पूर्व भी किया जा सकता है।

पांच साल में एक बार का बाजार
दुकानदारों का कहना है कि चुनाव सामग्री का कारोबार पांच वर्ष में एक बार आता है और दस से पंद्रह दिनों तक ही चलता है। इस स्थिति में यदि सड़क बनाने वाले अधिकारी या इंजीनियर चाहें तो दुकानों के नजदीक वाले हिस्से को पहले ठीक कर उसे दुकानदारों के लिए सुगम बना सकते हैं। जो काम वे अभी कर रहे हैं, उन्हें एक सप्ताह के लिए भी शिफ्ट कर दें, तो क्षेत्र के दुकानदारों के साथ चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे प्रत्याशियों और उनके सहयोगियों को भी सुविधा मिल सकेगी। तिलक पथ, पीर गली और सावरकर मार्केट की और जाने वाली सड़कों का यातायात भी इस मुख्य सड़क के कारण बाधित बना हुआ है। दोपहर में हुई वर्षा के कारण इस सड़क पर कीचड़ हो गया। ऐसे में दुकानदारों को हर तरह से फतीहतों का सामना करना पड़ रहा है।