Honey Trap : डॉक्टर को हनी ट्रैप में फंसाकर 9 लाख ऐंठे, दो डॉक्टरों और महिला पर FIR दर्ज

पुलिस जांच के बाद कई नए खुलासे होंगे

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Dewas : यहां हनी ट्रैप का हाईप्रोफाइल मामला उजागर हुआ है। प्रतिष्ठित नर्सिंग होम संचालक डॉ पवन कुमार चिल्लौरिया ने कोतवाली थाने में एक आवेदन दिया जिसमें उन्होंने भीलवाड़ा की एक महिला और जिले के दो डॉक्टरों पर हनी ट्रैप मामले में फंसाकर रूपए ऐंठने के आरोप लगाए। सिटी कोतवाली थाने में आरोपी महिला और दो डॉक्टरों के खिलाफ धारा 384,120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया।

फरियादी डॉक्टर पवन कुमार चिल्लौरिया निजी नर्सिंग होम संचालित करते हैं। उनका आरोप है कि भीलवाड़ा निवासी एक महिला, देवास निवासी डॉ संतोष दबाड़े और टोंकखुर्द निवासी डॉ महेंद्र गालोधिया ने ब्लैकमेल कर करीब 9 लाख रूपए ऐंठ लिए। SP डॉ शिवदयाल सिंह ने मीडिया को बताया कि फरियादी डॉक्टर की शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। जिसमें कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।

हनी ट्रैप के बढ़ते मामले : प्रदेश में हनी ट्रैप के मामले बढ़ रहे हैं। 9 अगस्त को गुना में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े जिला पंचायत सदस्य प्रेम नारायण निगम को अश्लील वीडियो के मामले में फंसाने के नाम पर 5 लाख की राशि लेने का मामला सामने आया था। शिकायत पर युवती और उसके एक साथी के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। शिकायती पत्र में भाजपा नेता निगम ने कहा कि उनके और युवती के बीच में संबंध थे। इस बीच युवती ने कब उनका वीडियो बना लिया, पता नहीं चला। सिटी कोतवाली पुलिस ने युवती (उम्र 25) एवं सद्दाम खान पर आईपीसी की धारा 386 और 388 का अपराध पंजीबद्ध कर युवती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

बहुचर्चित हनी ट्रैप केस

प्रदेश का बहुचर्चित हनी ट्रैप केस (Honey Trap Case) में कई बड़े अफसरों की गर्दन अभी तक फंसी हुई है। लेकिन, अभी तक इसका पूरी तरह खुलासा नहीं हुआ। इस मामले में कितने लोग हनी ट्रैप के शिकार हुए, किसने फंसाया, कौन फंसा और अब आगे क्या होगा! जैसे कई सवाल हैं। हालांकि, इस कहानी के जुड़ा हर किरदार सच उगल रहा है। कई आरोपी जेल में हैं तो कई संदिग्ध आरोपी अपने नाम के खुलासे का इंतजार कर रहे हैं।