Anand Sharma Resigns : हिमाचल चुनाव से पहले आनंद शर्मा ने भी ‘हाथ’ छोड़ा, 

कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया

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Anand Sharma Resigns : हिमाचल चुनाव से पहले आनंद शर्मा ने भी ‘हाथ’ छोड़ा, 

New Delhi : कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा ने पार्टी को बड़ा झटका दिया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बताया गया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में आनंद शर्मा ने कहा है कि वे अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते, इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।

आनंद शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष से कहा है कि परामर्श प्रक्रिया में उन्हें नजरअंदाज किया गया और किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया गया। उन्होंने सोनिया से यह जरूर कहा है कि वह राज्य में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार जारी रखेंगे। G-23 नेताओं में रहे शर्मा के इस्तीफे के कई मायने निकाले जा रहे हैं।

अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के कुछ घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया था। गुलाम के बारे में बताया गया कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया। हालांकि, अंदरखाने बात निकलकर आई कि आजाद पार्टी के फैसले से खुश नहीं हैं। उन्हें इस बात का मलाल था कि कई जमीनी नेताओं को नजरअंदाज किया गया।

गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा, दोनों ही G-23 समूह के प्रमुख नेता हैं, जो पार्टी नेतृत्व के फैसलों की आलोचना करने से नहीं चूके। भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनीष तिवारी सहित कई अन्य दिग्गज नेताओं वाला यह समूह ब्लॉक से लेकर केंद्रीय कार्य समिति (CWC) स्तर तक सही तरीके से चुनाव कराने पर जोर दे रहा है। हिमाचल प्रदेश के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शुमार शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे अपने पत्र में कहा है कि उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची है, क्योंकि उनसे पार्टी की किसी भी बैठक के लिए परामर्श नहीं किया गया और न ही उन्हें आमंत्रित किया गया।

 

कांग्रेस के लिए यह ठीक नहीं

आनंद शर्मा के इस्तीफे के पीछे वो बात महत्वपूर्ण मानी जा रही है जिसमें उन्होंने कहा है कि वह आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते। इसका मतलब साफ है कि वह असहज महसूस कर रहे थे। पहले से अपने कुनबे को एकजुट कर रखने की जद्दोजहद में लगी कांग्रेस के लिए अपने दो दिग्गजों की नाराजगी अच्छे संकेत नहीं हैं। आनंद शर्मा को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी नेताओं में गिना जाता है। शर्मा के इस्तीफे से एक बात और साफ हो जाती है कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता शर्मा को 26 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश में संचालन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। आनंद शर्मा को हिमाचल प्रदेश का कद्दावर नेता माना जाता है।

कांग्रेस पार्टी राज्य में भाजपा से सत्ता हासिल करना चाहती है। इसी साल चुनाव होने हैं। शर्मा ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 1982 में लड़ा था। 1984 में उन्हें तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने राज्यसभा का टिकट दिया। वह लगातार राज्यसभा में बने रहे और पार्टी में कई अहम पदों पर रहे।