Mandsaur News – पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा 26 सितम्बर से, पंडित जी के एक कथन से मंदसौरवासियों में नाराजगी
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । नगर के महाविद्यालय प्रांगण में नवरात्रि प्रतिपदा के साथ 26 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रख्यात कथा प्रवक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा ( सीहोर वाले ) शिव महापुराण कथा करेंगे । स्वयं सेवी संस्था सेवा भारती समिति माध्यम से यह बड़ा कथा आयोजन किया जारहा है ।
मंदसौर में यह अबतक का सबसे बड़ा धार्मिक कथा आयोजन माना जारहा है ।
व्यापक स्तर पर तैयारी की गई है ।
लगभग सवा तीन लाख वर्गफीट से अधिक क्षेत्र में वॉटरप्रूफ डोम बनाये गए हैं । अस्थायी लेट्रिन – बाथरूम पुरुषों व महिलाओं के लिए बने हैं ।
प्रवेश एवं निकासी के नो द्वार बनाये हैं । चार दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे , एलईडी स्क्रीन के साथ 800 सुरक्षा जवानों , कोटवारों , होमगार्ड आदि की तैनाती रहेगी ।
आयोजन समिति अध्यक्ष प्रदीप गनेडिवाल , संयोजक चैनराम जैन , कारूलाल सोनी , राजेश पालीवाल , हेमंत बुलचंदानी के नेतृत्व में विभिन्न कार्यसमिति गठित की गई है जो दायित्व संभाल रही हैं ।
आयोजन समिति के आग्रह पर वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा , उर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग , सांसद सुधीर गुप्ता , विधायक यशपालसिंह सिसौदिया , कलेक्टर गौतमसिंह , पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने सारी व्यवस्था का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिये हैं ।
अनुमान है कि पशुपतिनाथ शिव महापुराण कथा में लाखों लोगों के पहुंचने की आशा है ।
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा प्रदेश के अशोकनगर में चल रही जिसका विराम 24 सितम्बर को हुआ है ।
उस कथा के दौरान कथा व्यास पीठ से पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंदसौर कथा का उल्लेख करते हुए कहा कि मंदसौर अंचल की बालिकाओं , युवतियों की शिक्षा , बेहतर जीवन और कतिपय देह व्यापार से जुड़ी बालिकाओं के कल्याण और उनके आवास , शिक्षण , सुरक्षा व उसके निराकरण के लिए यह कथा आयोजन सेवा भारती संस्था द्वारा किया जारहा है । पशुपतिनाथ की नगरी और रावण के ससुराल पत्नी मंदोदरी के मायके में यह शिव पुराण कथा होने जारही है ।
शिव पुराण कथा प्रवक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा के कथन पर मंदसौर क्षेत्र के कुछ लोगों ने विरोध प्रकट किया है । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिक्रिया दी हैं ।
इसमें प्रतिक्रिया में नाराजगी जताई है । देह व्यापार आसपास के सड़क राजमार्ग से जुड़े कुछ गांवों में बांछड़ा समुदाय महिलाओं का होता है , जबकि पंडित प्रदीप मिश्रा ने संदर्भ पूरे मंदसौर का दिया इसके कारण जिले की महिला शक्ति का अपमान हुआ है । लोगों ने स्पष्टीकरण के साथ माफ़ी की मांग भी सोशल मीडिया पर उठाई है ।
बहरहाल बड़ी और व्यापक तैयारी के बीच उठे प्रतिक्रियात्मक स्वर शांत होते दिख रहे हैं । अब कथा प्रवक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा 26 सितम्बर को व्यास पीठ से जो प्रवचन होगा तभी स्थिति स्पष्ट होगी कि उनका आशय किस संदर्भ में क्या था ।