1 आईएएस अधिकारी सहित तीन व्यक्तियोंको 8 दिनों तक हिरासत में रखा गया है

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Raipur News: ईडी ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में कोयला ढुलाई में बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है  और यह घोटाला प्रशासनिक अधिकारियों नेताओं और अन्य लोगों की मिलीभगत से हो रहा है.

ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई, कारोबारी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मी तिवारी को पूछताछ के लिए आठ दिन के लिए रिमांड पर लिया गया है। ईडी ने गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार को चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में शाम करीब 3.50 बजे पेश किया था। ईडी ने कोर्ट को बताया कि समीर विश्नोई के घर के 47 लाख नकद, चार किलो सोना, जमीन और लेनदेन के संदिग्ध दस्तावेज मिले है। साथ ही पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड मांगी थी।

ईडी ने कहा है कि आयकर विभाग को सूर्यकांत तिवारी के एक रिश्तेदार रजनीकांत तिवारी के आवास पर छापेमारी के दौरान एक डायरी मिली, जिसमें उल्लेख किया गया था कि 9 मार्च 2022 को रोशन कुमार सिंह के माध्यम से विश्नोई के नाम पर 50 लाख जमा किए गए थे. यह स्पष्ट है कि विश्नोई भी कोयले की अवैध उगाही के लिए रची गई साजिश का हिस्सा हैं.

हालांकि, विश्नोई के वकील सैयद जीशान ने दावों का खंडन किया और कहा कि मेरे मुवक्किल ने कानून के अनुपालन में भूविज्ञान और खननविभाग के निदेशक के रूप में सब कुछ किया और इसलिए कुछ भी अवैध नहीं है. उन्होंने कहा कि उनके मुवक्किल का  किसी भी आरोपी से कोई संबंध नहीं है. वहीं गुरुवार को कोर्ट में सुनील अग्रवाल का बचाव करने आए वकील विजय अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि इस तरह के अपराधों से निपटने का काम आयकर विभाग का था.