Indore Master Plan 2035 : पार्किंग लॉट पर जोर, कोचिंग सेंटर्स में सुविधाएं बढ़ेंगी
Indore : शहर के नए मास्टर प्लान-2035 की समीक्षा के लिए कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में नगर निगम, आईडी, हाउसिंग बोर्ड, पीडब्ल्यूडी, क्रेडाई इंदौर, बिल्डर्स एसोसिएशन, विभिन्न मंडी एसोसिएशन के अधिकारी-पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मास्टर प्लान 2035(Indore Master Plan 2035) के तहत इंदौर के चारों ओर पार्किंग लॉट बनाने का प्रावधान जोड़ा जाएं। इन पार्किंग लॉट में मंडी में आने-जाने वाले ट्रक पार्क किए जा सकेंगे। इन पार्किंग एरिया का मेन्टेनेंस भी मंडी एसोसिएशन करेगा। इससे शहर में बढ़ रहे ट्रैफिक को भी व्यवस्थित कर शहर के ट्रैफिक का डीकंजेशन किया जा सकेगा।
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कलेक्टर ने अपर कलेक्टर पवन जैन को निर्देश दिए कि वे पार्किंग लॉट बनाने के लिए इंदौर बायपास के पास, नेमावर एवं शहरी क्षेत्र में प्रशासन जमीन का चयन करें। ट्रैफिक डीकंजेशन के लिए कमर्शियल बिल्डिंग में मैकेनाइज्ड कार पार्किंग की सुविधा पर भी इनेबलिंग क्लॉज फॉर्मेट में जोड़ा जाए।
कलेक्टर ने कहा कि इसी तरह मास्टर प्लान 2035(Indore Master Plan 2035) के तहत इंदौर में ट्रांसपोर्ट नगर भी बनाए जाएं, जिसमें विशेष तौर पर कैलोद गांव के पास की जमीन पर शिफ्ट की जा रही कृषि उपज मंडी के पास भी बड़े क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण किया जाएं।
इससे इंदौर के विकास को नई गति प्रदान की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि कैलोद गांव में बनाई जा रही मंडी के पास ही दाल मिल एवं अन्य मिलों की स्थापना भी शामिल की जाएं। कैलोद गांव में बनाई जा रही मंडी में कुछ क्षेत्र ठेला जोन के लिए भी अलग से हो।
उन्होंने कहा मास्टर प्लान 2035(Indore Master Plan 2035) में कोचिंग सेंटरों से जुड़े प्रावधानों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएं। इसके तहत कोचिंग सेंटरों में छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाने वाली मूलभूत सुविधाएं, कक्षाओं में न्यूनतम तथा अधिकतम छात्रों की संख्या एवं अन्य जरूरी प्रावधानों को भी प्लान में शामिल किया जाएं।
कलेक्टर ने टीएण्डसीपी के ज्वाइंट डायरेक्टर एसके मुद्गल को निर्देश दिए कि सभी स्टेक होल्डर से अलग से बैठक लेकर चर्चा करें एवं उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों को मास्टर प्लान में शामिल किया जाएं।