Airbag Rule : कार में 6 एयरबैग का नियम साल भर के लिए आगे बढ़ा!

2024 तक देश में नया व्हीकल एक्ट लागू करने की तैयारी!

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Airbag Rule : कार में 6 एयरबैग का नियम साल भर के लिए आगे बढ़ा!

Airbag Rule : कार में 6 एयरबैग का नियम साल भर के लिए आगे बढ़ा!

New Delhi : पैसेंजर व्हीकल में 6 एयरबैग का जो नियम इसी साल 1 अक्टूबर से लागू होने वाला था, उसे सरकार ने 1 अक्टूबर 2023 तक बढ़ा दिया। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी चाहते हैं कि इस नियम को जल्दी से लागू किया जाए, ताकि सड़क दुर्घटना में लोगों की जान बचाई जा सके। वे इस दिशा में वे सड़कों को भी बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं।

गडकरी ने कहा कि देश में जनसंख्या और गाड़ियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में केंद्र सरकार 2024 तक सड़क हादसों में 50% तक की कमी लाएगी। हादसों में मौत के आंकड़ों में भी कमी आएगी। नितिन गडकरी देश की सड़कों और व्हीकल को बेहतर बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।

नितिन गडकरी ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के लिए रोड इंजीनियरिंग बहुत बड़ी समस्या है। हम सभी कारों में एयरबैग्स लगाने, टू-व्हीलर के लिए हेलमेट को अनिवार्य करने सहित नया व्हीकल एक्ट लेकर आए हैं। हमने 40 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करके ब्लैक स्पॉट की पहचान की और उसमें सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। इस काम के लिए लोगों के साथ मीडिया का सहयोग भी चाहिए। ताकि, इस काम को और भी तेजी से किया जा सके।

साल भर के लिए टाल दिया
M1 कैटेगरी वाली कारों में 6 एयरबैग के नियम को फिलहाल सालभर के लिए टाल दिया गया है। यानी जो नियम 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होने वाला था वो अब 1 अक्टूबर, 2023 से लागू होगा। सरकार ने इस नियम को एक्सटेंड करने के पीछे ग्लोबल सप्लाई चेन में आ रही बाधाओं को बताया। गडकरी ने कहा कि मोटर व्हीकल में सफर करने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है, चाहे उनकी कीमत और वैरिएंट कुछ भी हों। ऑटो इंडस्ट्री को ग्लोबल सप्लाई चेन में आ रही बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इसके प्रभाव को देखते हुए पैसेंजर कार (M1 कैटेगरी) में न्यूनतम 6 एयरबैग लागू करने के प्रस्ताव को 1 अक्टूबर, 2023 से लागू करने का निर्णय लिया गया है।

कई चीजों पर सरकार के काम
कॉन्क्लेव के दौरान नितिन गडकरी ने साइरस मिस्त्री के हादसे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस एक्सीडेंट के बाद उन्होंने मर्सिडीज से भी बात की है। हम ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, रोड इंजीनियरिंग, एजुकेशन अवेयरनेस कैंपेन फॉर रोड सेफ्टी, एक्सीडेंट होने के बाद तुरंत जान बचाना जैसी कई चीजों पर काम कर रहे हैं। सड़क हादसों की संख्या हम 2024 तक 50% कम कर देंगे। साथ ही, ऐसे हादसों में लोगों की मौत होने वाले आंकड़ों भी कम कर लेंगे। देश में अभी हर साल 5 लाख रोड एक्सीडेंट होते हैं, जिसमें करीब 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है। 3 लाख लोग घायल होते हैं।