Border Dispute ;राज्य की एक इंच जमीन भी किसी को नहीं देंगे’ मुख्यमंत्री का बयान

554

महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा पर चल रहे विवाद के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार महाराष्ट्र की एक इंच भी किसी को भी जमीन नहीं जाने देगी.

गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, ”हम सीमावर्ती इलाकों में मराठी लोगों को न्याय दिलाने का काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र में एक इंच भी जगह नहीं जाने दी जाएगी.” उन्होंने कहा, “40 गांवों की समस्याओं का समाधान करना हमारी सरकार की जिम्मेदारी है.”

2249444 33

कर्नाटक के सीएम बोम्मई की टिप्पणी की उद्धव ठाकरे ने की निंदा

इससे पहले, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की टिप्पणी की निंदा की. उद्धव ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सीमा के मुद्दों पर अपना बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कर्नाटक के सीएम बोम्मई को अचानक महाराष्ट्र के 40 गांवों पर दावा करने के लिए बाध्य किया गया है? इससे पहले, महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की टिप्पणी की निंदा की और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके उप देवेंद्र फडणवीस से “कड़ा जवाब देने” के लिए कहा.

768 512 17021512 thumbnail 3x2 eknath shinde

 

अजित पवार ने की इस मुद्दे पर केंद्र से हस्तक्षेप की मांग

अजित पवार ने भी इस मुद्दे पर केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की. यह तब हुआ जब बोम्मई ने दोनों राज्यों के बीच सीमा मुद्दे पर फडणवीस के साथ वाकयुद्ध किया और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की टिप्पणी को “भड़काऊ” कहा. बोम्मई ने बुधवार शाम ट्वीट किया, “महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कर्नाटक महाराष्ट्र सीमा मुद्दे पर भड़काऊ बयान दिया है और उनका सपना कभी सच नहीं होगा. हमारी सरकार देश की जमीन, पानी और सीमाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.”

जानकारी हो कि फडणवीस ने कहा था कि महाराष्ट्र का कोई गांव कर्नाटक नहीं जाएगा. उन्होंने ट्वीट किया था, “महाराष्ट्र का कोई गांव कर्नाटक नहीं जाएगा! राज्य सरकार बेलगाम-करवार-निपानी समेत मराठी भाषी गांवों को पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में कड़ा संघर्ष करेगी.” पवार ने यह भी विडंबनापूर्ण टिप्पणी की कि अब केवल मुंबई की मांग रह गई है. कर्नाटक के सीएम बोम्मई ने पहले कहा था कि सीमा रेखा महाराष्ट्र में एक राजनीतिक हथियार बन गई है, और सत्ता में कोई भी दल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस मुद्दे को उठाएगा. बोम्मई ने कहा था कि मेरी सरकार कर्नाटक की सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है और उसने भी कदम उठाए हैं.