Cannabis Illegal Business : भांग के खेल में फिर ‘मंजूर’ के दखल का अंदेशा!
इंदौर से गोविंद राठौर की विशेष रिपोर्ट
Indore : भांग माफियाओं के खिलाफ कुछ महीने पहले तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने सख्त कार्रवाई की थी। माफिया सरगना मंजूर भांगवाला (मुजाहिद) की 28 दुकानों के लाइसेंस निरस्त करते हुए उस पर रासुका की कार्रवाई की थी। अब निरस्त भांग दुकानों की शेष वित्तीय समय के लिए फिर से नीलामी भी कर दी गई। लेकिन, जानकारी मिली कि भांग माफिया मुजाहिद ने अपने करीबियों और रिश्तेदारों के जरिए फिर से इंदौर जिले के भांग ठेके लिए गए हैं। कलेक्टर इलैया राजा टी के संज्ञान में भी यह मामला लाया गया है। उन्होंने इस मामले में जांच करवाने को भी कहा है।
भांग माफिया मुजाहिद खान के खिलाफ तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने रासुका की कार्रवाई कर उसे जिला बदर भी का दिया था। भांग का अवैध कारोबार करने पर मंज़ूर भांगवाला के खिलाफ प्रशासन बहुत सख्त कार्रवाई की थी। प्रशासन ने भांग माफिया मंजूर खान की सभी लाइसेंसी भांग दुकानों के ठेके भी निरस्त कर दिए थे। लेकिन, जानकारी मिली कि आबकारी विभाग से सेटिंग करके मंजूर ने फिर अपने करीबियों और रिश्तेदार को ठेके दिलवा दिए। इसमें आबकारी विभाग के नीचे से ऊपर तक के लोग शामिल हैं।
मुनक्का फैक्ट्रियां फिर खुलवाने की कोशिश
तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह ने जिन 15 मुनक्का फैक्ट्रियों को बंद करवाया था, उन्हें इंदौर के एक आबकारी अधिकारी ने कुछ दिन पहले आबकारी आयुक्त से भी उनके इंदौर दौरे के समय रेसीडेंसी पर मिलवाया था। जानकारी के अनुसार दौरे पर आए आबकारी आयुक्त ने इन मुनक्का फैक्ट्री वालों से फैक्ट्री बंद करने के खिलाफ अपील करने की सलाह भी दी थी। लेकिन, नियम के अनुसार अपील करने का समय भी निकल गया है।
आबकारी के सूत्रों ने बताया कि इंदौर में पदस्थ आबकारी विभाग के कुछ बड़े अधिकारी बंद पड़ी मुनक्का फैक्ट्रियों को फिर चालू करवाने की कोशिश में हैं। यह भी पता चला कि भोपाल में पदस्थ एक आबकारी अधिकारी इन अवैध भांग माफियाओं की मदद कर रहें हैं। सूत्रों के मुताबिक, भोपाल में आबकारी अधिकारी के कहने पर ही अवैध भांग माफियाओं ने एक आवेदन भी दिया है।