Bowed Down in Mahakal : अध्यक्ष ने विधानसभा सत्र चलाने का महाकाल से आदेश लिया!
उज्जैन से सुधीर नागर की रिपोर्ट
Ujjain : मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर पूजा अर्चना की। बाद में उन्होंने मीडिया से कहा कि हर सत्र विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले वे भगवान महाकाल से आशीर्वाद लेने जरूर आते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने राजाधिराज महाकालेश्वर की पूजा अर्चना की। पूजन के बाद एडीएम संतोष टैगोर ने गौतम को महाकालेश्वर का चित्र और प्रसादी भेंट की। सोमवार से विधानसभा का सत्र शुरू होगा। इसे लेकर विपक्ष भी सरकार की घेराबंदी करने की तैयारी में है। यह सत्र आने वाले विधानसभा चुनाव की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस कारण कांग्रेस और विरोधी दल हंगामा कर सकते हैं।
अविश्वास पत्र पर नजरें
15वीं विधानसभा के चार साल पूरे होने के बाद पहली बार अविश्वास प्रस्ताव भी प्रस्तुत होगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह विधानसभा सचिवालय को इसकी सूचना दे चुके हैं। सोमवार को वे आरोप पत्र देेंगे। इस सत्र में सरकार द्वितीय अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी। पांच दिवसीय सत्र के लिए सदस्यों ने 1506 प्रश्न पूछे हैं। इसके अलावा 16 अशासकीय संकल्प, 211 ध्यानाकर्षण सूचना और पांच स्थगन प्रस्ताव दिए गए हैं। ऑनलाइन प्रश्न करने की सुविधा होने के बाद भी आधे से अधिक प्रश्न सदस्यों ने स्वयं जमा किए हैं या फिर डाक से भिजवाए हैं। 725 ऑनलाइन प्रश्न पूछे गए हैं।
खून से लिखे CM को पत्र
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रदेश स्तर पर हड़ताल के तीसरे दिन खून से पत्र लिखकर CM शिवराजसिंह चौहान को वादा याद दिलाया। कर्मचारियों ने अपने खून से आधी रोटी, आधा पेट संविदा जीवन पर चढ़ गया भेंट जैसे कई नारे भी लिखे। ये नारे पोस्टकार्ड पर लिखकर भेजे गए। संविदा शोषण व्यवस्था को समाप्त करने के लिए यह हड़ताल की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा था कि संविदा व्यवस्था अन्यायपूर्ण है। मध्यप्रदेश में इसे समाप्त किया जाएगा। इस कारण सभी कर्मचारी उनका यह वादा याद दिला रहे हैं।