Absconding Accused Caught Using Drone : फरार आरोपी को पकड़ने के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया!
Indore : पहली बार इंदौर पुलिस ने किसी फरार आरोपी को पकड़ने में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया। इस तरह धोखाधडी के एक मामले में फरार 2 हजार के ईनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। वह पिछले 10 महीने से पुलिस को छका रहा था। संभवत: पहली बार शहर में ड्रोन मदद से कोई गिरफ्तारी की गई।
पुलिस ने बताया कि आरोपी मिश्रीलाल के खिलाफ पिछले साल जून 2023 में सुल्याखेड़ी के मिश्रीलाल के खिलाफ संजय मालवीय ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को आरोपी बनाया, जिसमें दो पहले ही गिरफ्तार हो गए थे। मिश्रीलाल की गिरफ्तारी के बाद अब सचिन हजारिया और मिश्रीलाल की मां लीलाबाई फरार है।
आरोपियों पर जमीन के सौदे में करोड़ों के गबन करने का आरोप है। आरोपियों ने स्टॉम्प पर कूटरचना करके ठगी की थी। आरोपी ने 2021 में एक स्टांप खरीदा और उसे 2020 का बताते हुए फर्जी लिखा पढ़ी की। इसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में जांच पड़ताल करते हुए 2023 में मिश्रीलाल सहित 5 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।
पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई बार दबिश दी। लेकिन, वह मौका पाकर घर से फरार हो जाता था। इस पर रावजी बाजार पुलिस टीम ने ड्रोन तकनीक का उपयोग कर आरोपी मिश्रीलाल के घर पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। उस पर 2 हजार रुपए का ईनाम घोषित था।
पुलिस ने बताया कि रावजी बाजार पुलिस जब भी आरोपी को पकड़ने के लिए उसके गांव शिप्रा जाती, वह मकान के अन्य रास्तों से होकर वहां से निकल जाता था। इसके चलते पुलिस ने ड्रोन के माध्यम से उसके मकान की निगरानी की और जैसे ही पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने के लिए मकान में गई तो दूसरी टीम ड्रोन के माध्यम से मकान पर निगाह रखे हुए थे और जैसे ही आरोपी मकान के दूसरे दरवाजे से बाहर निकलने का प्रयास करने लगा तो उसे पुलिस की दूसरी टीम ने उसे मकान के दूसरे रास्ते पर गिरफ्तार कर लिया वहीं अब पकड़े गए आरोपों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है।
एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया की तकनीक के माध्यम से अपराधी लगातार पुलिस को चुनौती देते आए हैं। इस मामले में बिना तकनीक का इस्तेमाल किए पुलिस आरोपी को पकड़ने का प्रयास करती रही। लेकिन, वह हर बार चकमा देकर भाग जाता था। इस बार पुलिस ने पहले ही देख लिया कि वह कहां है, इस वजह से उसे पकड़ा जा सका। माना जा रहा है कि यह प्रदेश का संभवत पहला मामला है, जब पुलिस ने ड्रोन के माध्यम से किसी अपराधी को पकड़ा हो।