Achievements : बीते साल में इंदौर को नगर निगम और ‘आईडीए’ से बहुत कुछ मिला!
Indore : नगर निगम और इंदौर विकास प्राधिकरण ने 2022 के साल में शहर को कई सौगातें दी। कुछ सौगातें तो प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में भी नवाचार के रूप में देखी जा रही हैं। इन विकास कार्यों को सालों लोग याद रखेंगे।
नए साल का दूसरा सप्ताह विश्व स्तरीय आयोजनों का साक्षी बनकर विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ देगा। प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, जी-20 का आयोजन और खेलो इंडियो जीतो इनाम प्रतियोगिता होगी। इसमें देश-विदेश के हजारों लोग शिरकत करेंगे। बीते साल (2022) में निगम की उपलब्धियां गिनी जाएं तो शहर में चौड़ी सड़कों का जाल बिछाया। देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड पर सीएनजी प्लांट स्थापित किया। यहां गीले कचरे से गैस उत्पादित कर उसका लोकसेवा वाहनों में उपयोग किया जाता है।
ऐतिहासिक धरोहर गांधी हॉल, राजवाड़ा और गोपाल मंदिर का जीर्णोद्धार किया। 40 नई इलेक्ट्रिक बसें चलाई। उज्जैन से ओंकारेश्वर तक सीधी ज्योतिर्लिंग बसों का संचालन। एयर क्वालिटी इंडेक्स के तहत ट्रेडिशनल ईंधन का उपयोग रोका। कुलकर्णी भट्टा पुल का नवनिर्माण किया। सितम्बर 2018 में पुल का एक हिस्सा भरभराकर जमींदोज हो गया था। इस पुल से रोजाना हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। जून में 14 करोड़ से बने पुल का लोकार्पण किया गया। इस पुल से श्रमिक क्षेत्र के वाहन चालक राजबाड़ा और स्टेशन तक आसानी से आवाजाही करते हैं।
आईडीए की उपलब्धियां
जबकि, आईडीए ने बंगाली चौराहा और पीपल्याहाना फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण किया। दोनों ब्रिजों पर प्राधिकरण ने 32 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। बंगाली ब्रिज की डिजाइन मुंबई के आर्किटेक्ट में फाइनल की थी। पुल के बनने से खजराना और पीपल्याहाना जाने वाले वाहन चालकों को राहत मिली। अब यहां बोगदों के नीचे खेल संकुल और हाकॅर्स जोन का निर्माण किया गया है।
जो मिलेगा नए साल में
नए साल 2023 में जो मिलने की संभावना है, उनमें मेट्रो ट्रेन के प्रथम चरण का काम। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 7500 करोड़ के इस प्रोजेक्ट का 40 फीसदी का हो चुका है। मार्ग के कई हिस्से में सिगमेंट डाले गए हैं। अगले माह पटरी बिछाई जाएगी। शासन की मंशानुसार सितम्बर 2023 में इसे सुपर कारीडोर से राेबोट चौराहे तक प्रायोगिक तौर पर चलाया जा सकता है। ग्राम कुमेड़ी में अंतर स्टेट बस टर्मिनल। इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा 25 करोड़ से टर्मिनल बनाया जा रहा है। इसके बनने से सरवटे, नवलखा बस स्टैंड का दबाव कम होगा। यहां से राजस्थान रुट पर बसें चल सकेगी। वर्तमान में इसका 70 फीसदी काम हो चुका है। जून के अंत तक टर्मिनल से बसों को चलाने की समयसीमा तय की गई है।
मेट्रो का काम गति पकड़ेगा
एयरपोर्ट पर मेट्रो ट्रेन का मुख्य स्टेशन। स्मार्ट सिटी के मेट्रो प्रोजेक्ट का मुख्य स्टेशन का काम पहले सुपर कारीडोर के दिलीप नगर में हो रहा था। प्रवासी सम्मेलन को देखते हुए अब यह स्टेशन दो किलोमीटर दूर एयरपोर्ट पर खिसका दिया है। यहां स्टेशन निर्माण का काम 15 जनवरी से गति पकड़ लेगा। स्टेशन बनने से विमान से उतरकर यात्री मेट्रो का सफर कर सकेंगे।