भोपाल : राज्य शासन द्वारा कोविड-19 के मरीजों को डिस्चार्ज करने के लिए एक नीति निर्धारित की गई है।
प्रशासन ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि डिस्चार्ज नीति के अनुसार ही मरीजों को डिस्चार्ज करेंगे।
संशोधित डिस्चार्ज नीति COVID – 19
संशोधित कोविड -19 के प्रबंधन प्रोटोकॉल्स होम आइसोलेशन गाइडलाइंस तथा कोविड -19 स्ट्रेटजी के अनुपालन में तैयार की गई है । मध्यम लक्षण वाले कोविड -19 रोगियों को डेडीकेटेड कोविड -19 हेल्थ सेंटर पर भर्ती किया जाए।
कोविड-19 के माईल मरीज के मंद लक्षण वाले रोगी कोविड-19 फैसिलिटी अथवा होम आइसोलेशन में रहेंगे जिनकी नियमित रूप से निगरानी की जाएगी। कोविड-19 रोगी को पॉजिटिव पाए जाने के सातवें दिन डिस्चार्ज किया जाएगा तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा की पिछले तीन दिवस में उसे लगातार बुखार नहीं आया है। डिस्चार्ज से पूर्व जांच की आवश्यकता नहीं होगी।
Dedicated COVID Health Centre में भर्ती मध्यम प्रकरण 2.1 कोविड-19 के ऐसे रोगी जिनके लक्षणों में सुधार हो रहा है तथा ऑक्सीजन सैचुरेशन 93 प्रतिशत तीन दिवस तक लगातार पाया जाता है। यदि कोविड-19 के रोगी के लक्षणों में सुधार परिलक्षित होता है।
ऑक्सीजन सैचुरेशन लगातार तीन दिन तक 93 प्रतिशत पाया जाता है तथा ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता नहीं होती है। यदि कोई कोमोरबिडिटी है, परंतु उसके कारण कोई जटिलता नहीं है उस स्थिति में ऐसे रोगियों को चिकित्सा प्रदान करने वाले मेडिकल ऑफिसर द्वारा डिस्चार्ज किया जा सकता है। डिस्चार्ज के पूर्व किसी कोविड-19 जांच की आवश्यकता नहीं होगी।
ऐसे रोगी जिनके लक्षणों में सुधार परिलक्षित नहीं हुआ तथा ऑक्सीजन की आवश्यकता निरंतर बनी रहती है। ऐसे रोगियों को उपचार प्रदान करने वाले चिकित्सक द्वारा निम्न स्थितियों में डिस्चार्ज किया जाएगा।
क्लीनिकल लक्षणों में सुधार होने पर बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के 3 दिन तक लगातार ऑक्सीजन सैचुरेशन मेंटेन रहने पर कोमोरबिडिटी में जटिलता ना होने पर कोविड -19 के गंभीर रोगी जिनमें एचआईवी पेशेंट ट्रांसप्लांट थेरेपी एंड कैंसर रोगी जो कि इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड सम्मिलित है। ऐसे रोगियों का डिस्चार्ज का क्राइटेरिया रोगी की क्लीनिकल सुधार एवं उपचार करने वाले चिकित्सक पर निर्भर करेगा।
डिस्चार्ज उपरांत सभी कोविड -19 रोगी अपने स्वास्थ्य की निगरानी आगामी 7 दिवस तक करेंगे तथा मास्क पहनेंगे। डिस्चार्ज के बाद यदि रोगी को बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं तथा यह लक्षण लगातार जारी रहते हैं तो उस स्थिति में रोगी को चिकित्सक से तत्काल संपर्क कर क्लीनिकल मार्गदर्शन लेना चाहिए तथा जिले के कोविड -19 कंट्रोल सेंटर की हेल्पलाइन पर संपर्क किया जाए । उपरोक्तानुसार निर्देशों का पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाये।