भोपाल: रायसेन जिले की विपणन सहकारी संस्था उदयपुरा के प्रशासक नारायण सिह हाड़ा, प्रबंधक रामबाबू शर्मा ने तत्कालीन उपायुक्त मीना डाबर के साथ मिलकर डेढ़ करोड़ का घोटाला किया है। राष्टÑीय राजमार्ग में आ रही संस्था की जमीन के लिए मिले एक करोड़ 53 लाख रुपए के मुआवजे की बंदरबांट करते हुए दूसरी जगह 17 लाख रुपए की जमीन खरीदी और कागजों में इसे एक करोड़ 40 लाख रुपए का बता दिया। फर्जीवाड़ा उजागर होंने पर सहकारिता आयुक्त नरेश पाल के निर्देश पर प्रशाक और प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। उपायुक्त की विभागीय जांच शुरु कर दी गई है। अब इनको निलंबित किए जाने की तैयारी है। प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है।
विपणन सहकारी संस्था उदयपुरा की 0.062 हेक्टेयर जमीन राष्ट्रीय राजमार्ग 12 के लिए अधिग्रहित की गई थी। इसके लिए एक करोड़ 53 लाख रुपए का मुआवजा मिला था। दोनो कर्मचारियों ने उपायुक्त के साथ मिलकर मुआवजे की राशि की बंदरबांट कर ली। उपयुक्त से अनुमति लेकर इस राशि से 7 किलोमीटर दूर तीन एकड़ जमीन खरीद ली। सत्रह लाख रुपए की जमीन कागजो में एक करोड़ 41 लाख रुपए में खरीदी बता दी। यह हुई कार्यवाही-इस मामले में सहकारिता आयुक्त के निर्देश पर समिति प्रबंधक और प्रशासक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
सहकारिता उपायुक्त मीना डाबर की विभागीय जांच शुरु कर दी गई है। दोषियों को निलंबित करने का प्रस्ताव अपर मुख्य सचिव सहकारिता अजीत केसरी के पास भेजा गया है। जांच के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा।