

Ahmedabad Plane Crash: आखिरी मुस्कान, आखिरी विदाई:अधूरी रह गई सपनों की उड़ान, खुशबू की यादें अब गांव की हर सांस में बसी हैं
– राजेश जयंत की खास रिपोर्ट
अहमदाबाद विमान हादसे में यात्रियों की मौत के बाद अब एक-एक कर ऐसी कहानी निकल कर सामने आ रही है जो दिल दहला देने वाली है। इस हादसे में राजस्थान बालोतरा जिले के अराबा गांव की खुशबू राजपुरोहित ने भी अपनी जान गवाई है। इसी साल खुशबू की शादी मनफूल सिंह से हुई थी। लंदन में रहकर पढ़ाई कर रहे पति मनफूल से शादी के बाद पहली बार मिलने के लिए लंदन जा रही खुशबू की उम्मीद में उसी के साथ विमान हादसे में खाक हो गई।
शादी के कुछ ही महीने बाद, पहली बार पति से मिलने लंदन जा रही थी- सपनों से भरी, उम्मीदों से भरी। घर से विदा होते वक्त खुशबू ने मां-बाप, भाई-बहन और पूरे परिवार को गले लगाया, हाथ जोड़कर विदा ली- किसे पता था, ये आखिरी अलविदा होगी। उनकी मुस्कान, आंखों में चमक, और परिवार के लिए प्यार… सब कुछ उस एक वीडियो में कैद रह गया।
अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही किस्मत ने ऐसी करवट ली कि खुशबू की जिंदगी की उड़ान हमेशा के लिए थम गई।
गांव में हर कोई स्तब्ध है- मां की ममता, पिता का गर्व, पति की उम्मीदें- सब कुछ एक झटके में उजड़ गया। 12 परिवारों के सपनों के साथ खुशबू की जिंदगी भी हादसे में बुझ गई।
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अब अराबा और खाराबेरा गांव में सिर्फ सिसकियां, आंसू और यादें बाकी हैं। किसी ने सही कहा- कभी-कभी किस्मत इतनी बेरहम हो जाती है कि सपनों को हकीकत बनने का मौका ही नहीं देती।
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खुशबू की विदाई सिर्फ एक बेटी, पत्नी या बहू की नहीं थी-वो पूरे गांव की उम्मीद थी, घर की रौनक थी। हर किसी की आंखों में उसका चेहरा, उसकी हंसी, उसकी मासूमियत अब भी ताजा है। मां-बाप ने बड़े अरमानों से विदा किया था, सोचा था बेटी परदेस में खुश रहेगी। पति ने सपनों का घर बसाने के लिए इंतजार किया, लेकिन किस्मत ने सब छीन लिया। गांव की गलियां, घर का आंगन, हर कोना आज उसकी याद में सिसक रहा है।
“सपनों की उड़ान थी, लेकिन किस्मत ने पंख काट दिए…”