4 बच्चों की गुहार,प्रशासन की मानवीयता, मिला उनका हक

618

4 बच्चों की गुहार,प्रशासन की मानवीयता, मिला उनका हक

बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट

4 बच्चों की गुहार,प्रशासन की मानवीयता, मिला उनका हक,
बच्चों को दिलवाया त्वरित न्याय, एसडीएम घनश्याम धनगर की पहल पर अनाथ हुए बच्चों को मिला उनका अधिकार बच्चों ने कहा एसडीएम साहब ने दिलवाया न्याय धन्यवाद बड़वानी एसडीएम साहब

बड़वानी-जब तक घर में मां बाप है तब तक सब अपने होते हैं लेकिन उनके जाने के बाद हर कोई अपना रंग अपनी असलियत दिखा देता है और ऐसा ही एक मामला सामने आया है। बड़वानी जिला मुख्यालय में चरित्र शंका में एक व्यक्ति अपनी पत्नी की हत्या कर देता है उसके बाद उसे तो जेल हो जाती है घर में रह जाते हैं मासूम बच्चे जिन्हें परिजनों ने सहारा देना तो दूर उन्हें घर से बेघर करने में भी शर्म नहीं की।

WhatsApp Image 2023 01 02 at 8.42.07 PM

मामला शहर के कुंदन नगर कॉलोनी का है जहां 18 दिसंबर रात्रि में लीना गुर्जर की उसके पति ने चरित्र छक्का के चलते हत्या कर दी थी जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को बच्चों के बयान के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

मां की मौत के बाद पिता के जेल जाने से बच्चे बेसहारा हो गए थे जिसके बाद पिता के भाई ने बेसहारा बच्चों को तंग करना शुरू करते हुए घर से बेघर करने की कोशिश की।

बिचारे मासूम बच्चे बड़वानी एसडीएम के पास पहुंचे।
बड़वानी कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशन में एसडीएम बड़वानी घनश्याम धनगर ने बड़वानी शहर की कुंदन नगर कालोनी निवासी कुमारी मोहिनी, आकांक्षा, अवनी एवं जय गुर्जर को उनका हक विधिक रूप से उनके काका से दिलवाया है। साथ ही काका द्वारा बच्चों को परेशान न किया जाये एवं उनके हक को छिनने का प्रयास नही किया जाये इसके लिए अधिवक्ता के माध्यम से अनुबंध भी दोनों पक्षों के मध्य करवाया है।

एसडीएम बड़वानी श्री घनश्याम धनगर से प्राप्त जानकारी अनुसार 18 दिसम्बर 2022 को बड़वानी निवासी देवेन्द्र गुर्जर ने अपनी पत्नि की हत्या कर दी थी। पत्नि की हत्या के पश्चात् देवेन्द्र गुर्जर के भाई उनके बच्चों कुमारी मोहिनी, आकांक्षा, अवनी एवं जय गुर्जर को परेशान करने लगे। उनके घर का सामान एवं वाहन ले गये, उनके प्लाट पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे साथ ही उनके मकान में जो किराये की राशि आती थी, वह भी काका ने हड़प ली। इस पर बच्चों ने प्रशासन से गुहार लगाई थी। प्रशासन ने मानवीयता दिखाते हुए सोमवार को बच्चों को त्वरित न्याय दिलवाया।

एसडीएम बड़वानी घनश्याम धनगर ने बच्चों के काका को बुलवाकर कड़ी चेतावनी देते हुए समझाईश दी कि वह बच्चों को अनावश्यक परेशान न करे साथ ही बच्चों का सम्पत्ति में जो अधिकार है वह उन्हे दे। इस पर काका ने अपनी सहमति एसडीएम के देते हुए कहा कि बच्चों को जो भी अधिकार है वह उन्हे देने को तैयार है। इस पर एसडीएम ने भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए अधिवक्ता को बुलवाकर अनुबंध भी करवाया। जिससे अब बच्चों के अधिकार विधिक रूप से सुरक्षित रहेंगे।