बाबा राम रहीम सिंह एक और हत्याकांड में दोषी सिद्ध, सजा का ऐलान 12 को

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Chandigarh:साध्वियों से बलात्कार करने और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या करवाने की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह को अब एक और मामले में दोषी करार दिया गया है. राम रहीम को डेरे के मैनेजर रणजीत सिंह की हत्याकांड के मामले में दोषी पाया गया है. आज पंचकुला की सीबीआई कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है.
पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें मामले में दोषी ठहराया है.
इस मामले में गुरमीत राम रहीम सिंह के अलावा पाँच अन्य लोगों को भी दोषी पाया गया है और 12 अक्टूबर को इनकी सज़ा का ऐलान होगा.
हालँकि, राम रहीम बलात्कार और एक पत्रकार की हत्या के मामले में पहले से ही जेल में अपनी सज़ा काट रहे हैं.
रणजीत सिंह डेरा की प्रबंधित 10 सदस्यों वाली समिति के सदस्य थे. साल 2002 में उनकी हत्या कर दी गई थी, जिसके लिए डेरा प्रमुख को अभियुक्त माना गया था.

कौन हैं गुरमीत राम रहीम सिंह?

गुरमीत राम रहीम का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. 15 अगस्त 1967 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में जन्मे राम रहीम 1990 में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बने.डेरा की स्थापना 1948 में शाह मस्ताना ने की थी. आज पूरे देश में इनके 50 से अधिक आश्रम और लाखों की संख्या में अनुयायी हैं.

डेरा का प्रमुख काम सामाजिक कार्य, रक्तदान और ग़रीबों के लिए मदद जुटाना आदि है. इतना ही नहीं, डेरा प्रमुख फ़िल्मों में भी आजमाइश कर चुके हैं.

गुरमीत राम रहीम के बेटे की शादी कांग्रेस सदस्य हरमिंदर सिंह जस्सी की बेटी के साथ हुई है. हालांकि हरियाणा के पिछले चुनाव में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का साथ दिया था.

सिरसा स्थित आश्रम में डेरा का अस्पताल भी है जहां लोगों का सस्ता इलाज़ किया जाता है.
राम रहीम से जुड़ा पहला चर्चित विवाद 1998 में आया. तब गांव बेगू में एक बच्चा डेरा की जीप के नीचे आ गया. यह ख़बर वहां के समाचार पत्र में छापी गई. डेरा के लोगों ने अख़बार के ऑफ़िस में जाकर हंगामा किया. बाद में डेरा की ओर से माफ़ी मांगी गई.
इसके बाद साल 2002 में एक बड़ा मामला सामने आया. एक कथित साध्वी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख़्य न्यायाधीश को एक चिट्ठी लिख कर गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप लगाया. इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई.

उसी साल राम रहीम पर एक पत्रकार रामचंद्र छत्रपति, जो डेरा सच्चा सौदा पर ख़बरें लिख रहे थे और डेरा के ही प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या का आरोप लगा. सिरसा के सांध्य दैनिक ‘पूरा सच’ के संपादक रामचंद्र छत्रपति को गोलियां मारी गई थी.

2007 में डेरा सलावतपुरा में डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने गुरुगोबिंद सिंह की वेशभूषा में फ़ोटो खिंचवाए. इसके विरोध में बठिंडा में डेरा प्रमुख का पुतला फूंका गया.

प्रदर्शनकारी सिखों पर डेरा प्रेमियों ने हमला बोल दिया, इसके बाद पूरे उत्तर भारत में हिंसक घटनाएं हुईं. सिखों व डेरा प्रेमियों के बीच जगह-जगह टकराव हुए. इसी दौरान एक सिख युवक कोमल सिंह की मौत हो गई.

तब पंजाब में डेरा प्रमुख के जाने पर पाबंदी लगाई गई, लेकिन डेरा सच्चा सौदा इस मामले में झुकने को तैयार नहीं था. बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पूरे पंजाब व हरियाणा में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया था.