बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट
बड़वानी-सरदार सरोवर बांध अंतर्गत जिले के नर्मदा पट्टी गांवों के डूब प्रभावित अब भी अपनी मांग-अधिकार के लिए आवाज बुलंद कर रहे है।जिला मुख्यालय स्थित एनवीडीए कार्यालय के सामने मंगलवार दोपहर से प्रभावितों का धरना गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। वहीं देर शाम प्रभावितों ने कारंजा से लेकर एमजी रोड, रणजीत चौक, कचहरी रोड, पुराना कलेक्टोरेट मार्ग होकर मशाल जुलूस निकाल अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की।
नबआं के मुकेश भगोरिया ने बताया कि आठ फरवरी 2017 को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया था उसमें 31 जुलाई तक प्रभावितों को पुनर्वास स्थलों पर व्यवस्था करने और उनके हक अधिकार सौंप देना था जो अब तक सरकार ने नहीं किया। 2018 में डूब आई लेकिन लेवल कम रहा इसके बाद 2019 में बांध को पूर्ण रुप से भर दिया गया इससे जिले में नर्मदा 138.60 मीटर पर पहुंची तो सभी तटीय गांव डूब गए। तत्कालिक रुप से प्रशासन ने प्रभावितों को न्याय का लालच देकर टिनशेड में भेज दिया, लेकिन दो वर्ष बाद भी वो न्याय के लिए भटक रहे है। अब भी सैकड़ों परिवारों को मकान बनाने के 5.80 लाख, घर-प्लाट सहित पात्रता अनुसार 15 व 60 लाख रुपए मिलना बाकी है।
देखिए वीडियो क्या कह रहे हैं- मुकेश भगौरिया (नर्मदा बचाओ आंदोलन)