Bail to Gautam : कांग्रेस के पूर्व MLA बालमुकुंद गौतम सहित 3 लोगों को जमानत!

हाईकोर्ट ने सजा भी स्थगित की, अब चुनाव लड़ सकेंगे!

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Bail to Gautam : कांग्रेस के पूर्व MLA बालमुकुंद गौतम सहित 3 लोगों को जमानत!

हाईकोर्ट ने सजा भी स्थगित की, अब चुनाव लड़ सकेंगे!Jabalpur : जबलपुर हाईकोर्ट के जज संजय द्विवेदी ने धार विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व विधायक बालमुकुंद सिंह गौतम सहित दो अन्य को एक-एक लाख रुपए की जमानत राशि पर रिहा करने के आदेश दिए। पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम को देने के साथ हाईकोर्ट ने उनकी सजा को भी स्थगित किया है। इसका आशय है कि वे विधानसभा चुनाव लड़ सकेंगे। 2017 में हुई जानलेवा घटना में सभी आरोपी 7-7 साल की सजा से दंडित किए गए थे।

बालमुकुंद सिंह गौतम को एमपी-एमएलए कोर्ट ने 24 जून को यह सजा सुनाई थी। सजा के बाद से गौतम, उनके भाई जिला पंचायत सदस्य मनोज सिंह गौतम, कांग्रेस नेता राजेश सिंह पटेल, राकेश सिंह गौतम, पंकज गौतम, पम्मू गौतम जेल में बंद थे। जमानत आदेश जारी होने के बाद अब गौतम, उनके भतीजे पंकज और भाई पम्मू गौतम रिहा होंगे। अन्य आरोपियों की जमानत पर सोमवार को सुनवाई होगी।

कोर्ट ने जमानत आदेश में एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। जिसमें तीन डॉक्टरों की रिपोर्ट का उल्लेख किया गया है। हाईकोर्ट में डॉक्टरों ने बताया कि हमले में घायल हुए सुरेश को गनशॉट से गोली नहीं लगी थी। गन शॉट से जानलेवा हमला करने के मामले में ही गौतम सहित अन्य को सजा दी गई थी। अधिवक्ता प्रशांत शेखर और सहयोगी के रूप में अधिवक्ता नीलेश शर्मा ने गौतम की और से पैरवी की थी।

बदलेगी बदनावर की राजनीति
धार के पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व विधायक बालमुकुंद सिंह गौतम को जमानत मिलने के बाद जिले की राजनीतिक सरगर्मियां तेज होना तय है। बालमुकुंद सिंह गौतम धार जिले में एक प्रभावशाली नेता के तौर पर असर रखते हैं। बालमुकुंद सिंह गौतम बदनावर विधानसभा सीट से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार थे। चुनाव को लेकर वे बदनावर में सक्रिय भी थे। इसी दौरान द्विपक्षीय एफआईआर में दर्ज प्रकरण में गौतम पक्ष के लोगों को सजा सुनाई गई। दूसरे पक्ष के सभी लोग बरी कर दिए गए थे। लेकिन, अब गौतम की रिहाई के बाद बदनावर की कांग्रेस राजनीति में तेजी आएगी।

क्या थी घटना
यह घटना 2 जून 2017 की है जब घाटाबिल्लोद क्षेत्र में दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। सबसे पहली रिपोर्ट कांग्रेस नेता बालमुकुंद सिंह गौतम की और से दर्ज करवाई गई थी। जिसमें बताया कि बेटमा क्षेत्र में मान के कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी पेट्रोल पंप के पास आरोपी चंदन पिता देवी सिंह ने आकर विवाद किया व 5 से 6 फायर किए। जिसमें दो फायर पिंटू जायसवाल व बबलू चौधरी को लगे थे, बाद में बबलू की मौत हो गई थी।

मृतक बबलू गौतम का कट्टर समर्थक माना जाता था और धार से पार्षद का चुनाव भी कांग्रेस की और से लड चुका था। ऐसे में समर्थक की मौत के कारण कांग्रेस नेता गौतम बहुत आहत हुए थे। चंदन सिंह, समंदर, घनश्याम, महेंद्र, राहुल, रघुनाथ, अर्जुन सहित अन्य पर प्रकरण दर्ज करवाया था। जिसमें बाद में हत्या की धारा बढ़ाई गई थी।