छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
“यह ख़बर आपको सतर्क और सचेत करने वाली है, कुत्तों से हो सकता है जाना का ख़तरा इससे सावधान रहें सतर्क रहें, जानिये वज़ह..”
छतरपुर: घर के बाहर खेल रही ढाई साल की बच्ची को आवारा कुत्तों द्वारा उठा ले जाने का मामला सामने आया है। जहां आधा दर्जन कुत्तों ने उसे बुरी तरह काटा, नोचा और घसीट डाला है। बच्ची को गंभीर हालत में जिला अस्पताल छतरपुर में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है।
जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही रामस्वरूप आदिवासी की ढाई साल की बेटी बिट्टो आदिवासी के शरीर पर बने घावों और पट्टियों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि घटना कितनी वीभत्स रही होगी।
तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कैसे उसके शरीर पर 2 दर्जन से अधिक घाव नजर आ रहे हैं। कुछ घाव तो ऐसे हैं जिन्हें हम देख और दिखा भी नहीं सकते। फिलहाल बिट्टो की हालत नाजुक है वह होश में नहीं है। उसका ट्रीटमेंट चला रहा है।
बिट्टो के परिजन (मामा विनोद आदिवासी) बताते हैं कि उसके बहनोई रामस्वरूप आदिवासी अपने परिवार सहित हाल ही में उत्तरप्रदेश के कानपुर में रहकर फैक्ट्री में काम करते हैं जहां तड़के सुबह 6:30 पर कमरे के बाहर बिट्टो खेल रही थी तभी वहां घूम रहे 4-5 आवारा कुत्ते बिट्टो को काटते-नोचते उठा ले गये जिसके रोने और चीखने की आवाज सुनकर वहां एक व्यक्ति (आर्मी मेन/गार्ड) द्वारा देख लिया गया तब तक कुत्ते तकरीबन उसे 500 फीट तक घसीटते ले गये जिसे बमुश्किल बचाया गया।
वहां से प्राथमिक इलाज के बाद हम अपने गृह जिले छतरपुर के गृह ग्राम कर्री (सिविल लाईन थाना क्षेत्र के ग्राम कर्री) लाये फिर जिला अस्पताल छतरपुर जहां अब अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।