‘Bheed’ Victim of Piracy : कोरोना त्रासदी पर बनी ‘भीड़’ पाइरेसी का शिकार!

पाइरेसी करने वाला भारत दुनिया में यूएस और रशिया के बाद तीसरा सबसे बड़ा देश!  

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‘Bheed’ Victim of Piracy : कोरोना त्रासदी पर बनी ‘भीड़’ पाइरेसी का शिकार!

Mumbai : कोरोना के दौरान घर भागने वालों की त्रासदी पर बनी फिल्म ‘भीड़’ रिलीज से पहले ऑनलाइन लीक हो गई। ये फिल्म कुछ पाइरेसी साइट्स पर ऑनलाइन लीक हुई जिससे फिल्ममेकर्स तगड़ा झटका लगा। ये पहला मौका नहीं जब कोई फिल्म ऑनलाइन लीक हुई। इससे पहले तमाम फिल्में इन पाइरेसी साइट्स का शिकार हुई हैं। पाइरेसी करने वाला भारत दुनिया में यूएस और रशिया के बाद तीसरा सबसे बड़ा देश है।

बॉलीवुड इंडस्ट्री के स्टार्स राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘भीड़’ सिनेमाघरों में रिलीज हुई। इस फिल्म का जब से ट्रेलर सामने आया, तब से ये फिल्म चर्चा में बनी थी। दरअसल, फिल्म ‘भीड़’ भारत में कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन की कहानी पर आधारित है। इस फिल्म को लेकर काफी विवाद हुआ है। फिलहाल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर की ये फिल्म ऑनलाइन लीक हुई।

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राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर की फिल्म ‘भीड़’ को तमिल रॉकर्स, टेलीग्राम, मूवी रूल्स जैसी साइट्स पर एचडी प्रिंट में लीक किया गया। इस तरह से फिल्ममेकर्स को हैकर्स ने तगड़ा चूना लगाया। हालांकि, ये कोई पहला मौका नहीं जब कोई फिल्म ऑनलाइन लीक हुई। इससे पहले तमाम फिल्में इस तरह पाइरेसी साइट्स का शिकार हो चुकी हैं।

डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘भीड़’ को लॉकडाउन के तीन साल बाद 24 मार्च को रिलीज किया गया। फिल्म में भारत में कोरोना के समय लगे लॉकडाउन के दौरान लोगों को हुईं अलग-अलग समस्या की कहानी को दिखाया गया है। बॉलीवुड इंडस्ट्री के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा समसामयिक मुद्दों पर फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं। फिल्म ‘भीड़’ में राजकुमार राव और भूमि पेडनेकर के अलावा पंकज कपूर, दीया मिर्जा, आशुतोष राणा, कृतिका कामरा, वीरेंद्र सक्सेना, आदित्य श्रीवास्तव जैसे स्टार्स भी महत्वपूर्ण भूमिका हैं।

 

पायरेसी का इतिहास

सोनी लिव पर ‘तमिल रॉकर्स’ वेब सीरीज रिलीज हुई। ये सीरीज गैरकानूनी तरीके से सालों से चली आ रही, पाइरेसी के काले धंधे पर बनी है। पाइरेसी, मतलब किसी कॉपीराइट वाली फिल्म, कंटेंट या वीडियो को गैरकानूनी तरीके से सर्कुलर करना। सुनने में ये छोटा सा शब्द और छोटी सी प्रोसेस लगती है, लेकिन इससे एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को अरबों रुपए का नुकसान होता है। ऑनलाइन फिल्मों की पाइरेसी से ओटीटी प्लेटफॉर्म को 2022 में 24.63 हजार करोड़ (3.08 बिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ है, जबकि पाइरेसी करने वाला भारत दुनिया में यूएस और रशिया के बाद तीसरा सबसे बड़ा देश है।

सख्त कानून और नियम होने के बावजूद भारत में धड़ल्ले से पाइरेसी हो रही है। हाल ही में, लाल सिंह चड्ढा और लाइगर जैसी बड़ी फिल्में पाइरेसी का शिकार हो गईं। वहीं डिज्नी प्लस हॉटस्टार और जी एंटरटेनमेंट भी पाइरेसी से रेवेन्यू में कमी आने पर साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवा चुके हैं। पाइरेसी में सबसे ज्यादा 62 प्रतिशत का उछाल कोरोना काल में आया, जबकि इसकी शुरुआत 80 के दशक में तब हुई, जब देश में वीसीआर प्लेयर आया। पहले केबल टीवी, सीडी, डीवीडी, इंटरनेट पाइरेसी का सोर्स थे, लेकिन अब टेलीग्राम पाइरेसी का सबसे बड़ा टूल बनता जा रहा है।