Big Action By Collector: 7 पटवारी और लिपिक सस्पेंड
भोपाल: मध्यप्रदेश के देवास जिले में वर्ष 2018-19 से 21-22 के बीच प्राकृतिक आपदा में वितरित की गई आर्थिक सहायता राशि में गड़बड़ी पाए जाने के आरोप में कलेक्टर ने 7 पटवारी और एक लिपिक को निलंबित कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस संबंध में CAG की ऑडिट रिपोर्ट में आर्थिक सहायता राशि के वितरण में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं प्राप्त हुई थी। इस रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने गंभीर वित्तीय अनियमितता करने वाले 7 पटवारी और एक लिपिक को मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन पाया जाने पर निलंबित कर दिया है।
निलंबित पटवारियों के नाम हैं अनिल मालवीय, अजय चौधरी, महेंद्र मंडलोई, अमित कुशवाह, दिलीप यादव,दिनेश सिसोदिया, भैयालाल नरगावे और लिपिक राहुल शर्मा।
दरअसल, 2018 से 2022 के बीच देवास जिले के किसानों को प्राकृतिक आपदा में वितरित की जाने वाली राशि का सीएजी ने आडिट किया गया था। सीएजी की ड्राफ्ट रिपोर्ट में करीब 1 करोड़ 61 लाख का बड़ा भ्रष्टाचार निकलकर सामने आया था। मामले की जांच में 35 पटवारी और कुछ तहसील कर्मचारी जांच के दायरे आए थे। इन पटवारियों ने अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के खाते में यह राशि डाल ली गई थी। इनमें से सीधे-सीधे जिन पर आरोप पाए गए, ऐसे 7 पटवारियों और एक लिपिक को कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।