बड़ा सवाल: 1 दिसंबर 2023 को कौन MP के मुख्य सचिव की कुर्सी संभालेगा?
भोपाल: मध्य प्रदेश के सियासी और प्रशासनिक गलियारों में इस बात को लेकर जोरों से चर्चा है कि 1 दिसंबर 2023 को कौन मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की कुर्सी संभालेगा?
इस बार यह सवाल थोड़ा टेढ़ा इसलिए लग रहा है कि वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के सेवाकाल में अगर वृद्धि नहीं हुई ( जिसकी अभी संभावना बनी हुई है) तो वे आगामी 30 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे। यह वह तिथि है जब आचार संहिता लागू रहेगी और नई सरकार भी नहीं बन पाएगी।
इस संबंध में मीडियावाला द्वारा पड़ताल की गई और संबंधित क्षेत्र और विशेषज्ञों से बात की तो दो संभावनाएं सामने नजर आ रही है।
एक यह कि वर्तमान मुख्य सचिव का ही कार्यकाल और 6 महीने के लिए सरकार बढ़ा सकती है। और यह कोई कठिन कार्य नहीं है क्योंकि राज्य और केंद्र दोनों में एक ही पार्टी की सरकार है और विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिर से मुख्य सचिव को 6 महीने का अतिरिक्त एक्सटेंशन मिलने से सारी समस्या का हल हो जाएगा। जिस तरह की सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ मुख्य सचिव की ट्विनिंग है, उसे देखते हुए मुख्यमंत्री भी यही चाहेंगे कि चुनाव के खास समय यही मुख्य सचिव बने रहे। हालांकि मुख्य सचिव के अभी बढ़े कार्यकाल को लेकर ही कांग्रेस आक्रामक है लेकिन सरकार चाहे तो इसकी परवाह न करते हुए बैंस को ही और 6 महीने का एक्सटेंशन दिला सकती है। इसके लिए सरकार को एक प्रस्ताव बना कर ही केंद्र सरकार को भेजना है। लेकिन इसके लिए जरूरी यह है कि इकबाल सिंह बैंस स्वयं तैयार हो। पिछले दोनों बार जब उन्हें सेवा वृद्धि दी गई थी तो मुख्यमंत्री ने विशेष प्रयास कर उन्हें तैयार किया था तो क्या मुख्यमंत्री तीसरी बार भी यह कवायद कर सकते हैं? अगर बैंस तैयार हो जाते हैं और उनका प्रस्ताव राज्य सरकार केंद्र सरकार को भेजेगा तो मुख्य सचिव का जटिल सवाल अपने आप हल हो जाएगा लेकिन अगर ऐसा ना हो पाया तो क्या होगा?
इस बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नवंबर के आखिरी सप्ताह में सरकार से प्रस्ताव मांग कर प्रदेश में मौजूद वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है।