जमीन में दबे श्रीकृष्ण ने सपना दिया कि मुझे बाहर निकालो, सच में वही हुआ!
Shahjahanpur (UP) : ये बात भले ही अविश्वसनीय लगे, पर है सौ फीसदी सच। 8वीं में पढ़ने वाली विनोद सिंह की 8वीं में पढ़ने वाली बेटी पूजा सिंह कुछ महिलाओं के साथ समाधि स्थल पर पहुंचकर पूजा करने लगी। इस पर मुस्लिम पक्ष ने समाधि को मजार बताकर विरोध किया।
मजार के खादिम के विरोध पर पूजा ने उसे एक साल से आ रहे अपने सपने के बारे में बताया। लड़की का कहना था कि भगवान श्रीकृष्ण बार-बार कह रहे कि वे जमीन के नीचे दबे हैं। उनका कहना है कि वही खुदाई करके उन्हें बाहर निकालने का कह रहे हैं। लड़की के सपने की बात मानकर समाधि के पास चार फ़ीट खुदाई कराई गई।
खुदाई करने से ही भगवान श्रीकृष्ण की प्राचीन मूर्ति निकली। मूर्ति लगभग एक फिट ऊंची और वजन लगभग एक किलो है। भगवान श्रीकृष्ण की प्राचीन प्रतिमा को ब्रह्मदेव बाबा स्थान पर पूजा पाठ के साथ स्थापित कर दिया गया। इस घटना के बाद वहां दर्शन और पूजा पाठ के लिए पूरे दिन लोगों की कतार लगने लगी। पूजा ने बताया उनकी भगवान कृष्ण के प्रति अपार श्रद्धा है। वह रोज पूजा-अर्चना के बाद ही अन्नजल ग्रहण करती और स्कूल जाती है।
उप जिलाधिकारी अंजलि गंगवार का कहना है कि क्षेत्र में प्रतिमा निकलने की जानकारी मिली है। राजस्व टीम को मौके पर भेजा जाएगा। प्रतिमा के पुरातत्व महत्व का भी परीक्षण कराया जाएगा। एसएस कालेज के इतिहास के विभाग अध्यक्ष विकास खुराना का कहना है कि ताम्र निर्मित प्रतिमा गुप्त काल की लग रही है। सातवीं शताब्दी के दौरान इस तरह की मूर्तियां मिलीं थीं। पुरातत्व जांच में सब स्पष्ट हो जाएगा।