Bus Strike: बस ऑपरेटर विवाद के चलते बसों की हड़ताल जारी
भोपाल। राजधानी में लो-फ्लोर बसें नहीं चलने से शहर के लोगों को अन्य साधनों से ज्यादा किराया दे कर आवाजाही करनी हो रही है। व्यवस्था ठप हो जाने से रोजाना यात्री परेशान हो रहे हैं। हालत यह है कि बीते 3 दिनों से अलग अलग रूटों पर लो-फ्लोर बसें नहीं चल रही हैं। बसें नहीं चलने से शहर के लोगों अन्य साधनों से ज्यादा किराया दे कर आवाजाही करनी हो रही है। लो-फ्लोर बसों की व्यवस्था ठप हो जाने से रोजाना यात्री परेशान हो रहे हैं।
*मांगों को लेकर हड़ताल*
लो-फ्लोर बसों के चालक और परिचालक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। हड़ताल के चलते इन बसों को बाग सेवनिया बस डिपो में खड़ा किया गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि करीब एक साल से उन्हें पीएफ और ईएसआईसी का भुगतान नहीं किया गया है। तय समय पर चालकों और परिचालकों को भुगतान कर देने और फिर इसे नहीं देने की समस्या लगातार उत्पन्न होने पर हड़ताल किया जा रहा है।
इस संबंध में बीसीएलएल के पीआरओ संजय सोनी का कहना है कि मामला आपरेटरों द्वारा पीएफ जमा न करने को लेकर है। इस संबंध में आपरेटरों को नोटिस दिया गया है। एक दिन में यह मामला सुलझ सकता है।
*35 हजार लोग इन बसों में सफर करते हैं*
भोपाल शहर के सभी बाजारों और क्षेत्रों में लो-फ्लोर बसें जाती हैं। रोजाना करीब 35 हजार लोग इन बसों में सफर करते हैं। इसके लिए शहर के ज्यादातर लोग जो बस में यात्रा करते हैं, उन्होंने पास भी बनवाया है। जिससे वह सुगमता से सफर करते हुए अपने घरों, कार्यालय या स्थानों पर जाते हैं। अब बसों की व्यवस्था ठप पड़ जाने से स्थानीय लोग दूसरे साधनों से ज्यादा रुपए खर्च कर पहुंच रहे हैं।