उज्जैन में पकड़ा 60 लाख से अधिक क़ीमत का 25 हज़ार किलो नक़ली मावा

उज्जैन ज़िला प्रशासन की एक सप्ताह में दुसरी बड़ी कार्यवाही मिलावट खोरों में हड़कंप

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उज्जैन में पकड़ा 60 लाख से अधिक क़ीमत का 25 हज़ार किलो नक़ली मावा

*उज्जैन से मुकेश व्यास की रिपोर्ट*

उज्जैन । उज्जैन जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम द्वारा लगातार नक़ली मावा बनाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशों के बाद उन्हेल में करीब 600 किलो स्किम्ड मिल्क पावडर के अलावा एक कोल्ड स्टोरेज से करीब 25 हजार किलो मावा जब्त किया है। जिसकी अनुमानित क़ीमत 60 लाख रुपये से अधिक बताई जाती है।मावे के सैंपल लेकर जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे जा रहे है। जब्त मावा प्रशासन ने सीज कर दिया है। उन्हेल में प्रशासन की टीम ने इसके पहले 9 मई को भी नकली मावा बनाते एक फर्म पर कार्यवाही की थी। यहां से लिए मावे के नमूने फेल होने केा बाद प्रशासन ने उज्जैन एडीएम अनुकूल जैन के निर्देशन में फिर कार्यवाही की है।जांच रिपोर्ट में केवल इस रिपोर्ट के बाद प्रशासन की टीम ने असली मालिक की तलाश शुरू कर दी है। गांव में तीन किमी दूर एक फैक्टरी का भी पता चला है। इसका पंचनामा बनाया है।
पूर्व में भी एडीएम अनुकूल जैन के नेतृत्व में कार्यवाही की गई इस कार्रवाई में 231 किलो मिलावटी मावा, 17 किलो से ज्यादा वनस्पति घी, 10 किलो से अधिक क्रीम जब्त किया गया था। राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में दूध के सैंपल को छोड़कर सभी फेल हो गए हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि जैन ट्रेडिंग कंपनी जैन और मां भवानी डेयरी फार्म पर कार्यवाही भी की गई । संदेह है कि कार्रवाई में जो व्यक्ति पकड़ा गया है वह कर्मचारी है। उन्हेल मावा बनाने का सबसे बड़ा केंद्र है. यहाँ का मावा उज्जैन जिले सहित दिल्ली मुंबई तकजाता है। लंबे समय से नकली मावा बनाने का काम चल रहा था।उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम को नक़ली मावा बनाने की जानकारी लगाने के बाद उन्होंने एडीएम अनुकूल जैन को यह दायित्व सौपा।एडीएम ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंतदत्त शर्मा को टीम में शामिल किया और नकली मावा बनाने वालो पर ठोस कार्रवाई शुरू कर दी। जिसकी शुरूआत 9 मई की रात से हुई।सबसे पहले ओम जैन की मावा फैक्ट्री पर छापा मारकर नकली मावा बनाने की सामग्रीबरामद की।जिला प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने 9 मई को सूचना के आधार पर खजुरिया खाल पगारिया स्टेण्ड, उन्हेल स्थित माँ भवानी डेयरी फर्म पर छापामार कार्यवाही की थी। मौके पर वनस्पति मिलाकर मावा बनते पाया गया था। खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा मौके पर बनते मिले।

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कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के निर्देश पर एडीएम अनुकुल जैन के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा नागदा एसडीएम आशुतोष गोस्वामी के साथ 9 मई को की गई कार्यवाही में अग्रिम कार्यवाही करते हुए उन्हेल से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित इटावा में मानसिंह आंजना के घर पर जांच की। जांच में मानसिंह आंजना के घर के बाथरूम में 24 बोरी स्किम्ड मिल्क पावडर रखा पाया गया। आंजना बताया कि उक्त दूध पावडर ओमप्रकाश जैन द्वारा 10 मई को सुबह मेरे घर पर जबरजस्ती रखवाया गया था, जिसका उपयोग मावा बनाने के लिए किया जाता है।खाद्य विभाग की टीम ने सांवरिया स्प्रे ड्राईड स्किम्ड मिल्क पावडर एवं नेचुरल डिलाइट ड्राइड स्किम्ड मिल्क पावडर के नमूने जांच में लेकर क़रीब 600 किलोग्राम स्किम्ड मिल्क पावडर को सीज किया है। इसके बाद प्रशासन व खाद्य विभाग के दल ने उन्हेल के चौपडा धाकड़ स्कूल के पीछे स्थित कोल्ड स्टोरेज पर पहुंचकर कार्यवाही की। कोल्ड स्टोरेज मयूर जैन के नाम से है। यहां भी क़रीब 1000 मावे की डलिया मिली है। प्रत्येक डलिया में 25 किलोग्राम मावा रखा पाया गया है। डलिया में क़रीब 25 हज़ार किलोग्राम मावा रखा मिला। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत शर्मा के अनुसार यहां मिला मावा 6 व्यापारियों का होना बताया गया है।खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा मावे का नमूना लेकर शेष बचे मावे को सीज किया है।उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा है कि जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ करने वालों के ख़िलाफ़ सख्ती से कार्यवाही की जाती रहेगी।