Jaipur : जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की अफसर RAS अधिकारी ममता यादव समेत 5 कर्मचारी दफ्तर में रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए। अधिकारी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पकड़े जाने के बाद भी लगातार हंस रही हैं। महिला अधिकारी ने यह भी कहा कि जब कोई प्रसाद चढ़ाने आए, तो कैसे मना किया जाए। ममता यादव बहरोड़ अलवर की रहने वाली है। उसके आवास पर एसीबी की टीमें सर्च कर रही है।
कार्रवाई के दौरान कई मीडियाकर्मी JDA दफ्तर पहुंचे तो ममता यादव Anti Corruption Bureau के अधिकारी से बोली ‘सर, मैं तो आपके सामने आराम से बैठी हूं, यह फोटो और वीडियोग्राफी क्यों करवा रहे हो!’ इस दौरान भी ममता यादव चेहरे पर बेशर्मी की हंसी थी। JDA की इस अफसर का यही हंसी वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर दिखाई दे रहा है।
जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) की टीम ने सोमवार 7 फरवरी को बड़ी कार्रवाई की है। ट्रैप कार्रवाई को अंजाम देते हुए जोन आयुक्त ममता यादव (RAS) सहित 5 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सहायक लेखाधिकारी रामतूफान मुण्डोतिया, जेईएन श्याम मालू, सहायक प्रशासनिक अधिकारी विजय मीणा और संविदा कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश कुमार शामिल है। आरोपियों के कब्जे से रिश्वत के रूप में प्राप्त की गई 1 लाख 10 हजार रुपए की राशि भी जब्त हुई। ACB के एडिशनल SP बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
पट्टे के बदले रिश्वत की मांग
ACB के महानिदेशक भगवान लाल सोनी के मुताबिक, पिछले दिनों एक शिकायत मिली थी। शिकायत के मुताबिक जेडीए जोन-4 स्थित सिद्धार्थ नगर स्थित 400 वर्गगज भूमि का आवासीय पट्टा लेने के लिए JDA में आवेदन किया गया। उसके पड़ोसी ने भी आवासीय पट्टे के लिए आवेदन किया। दोनों के पट्टे जारी करने की एवज में जोन उपायुक्त ममता यादव और उनके कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी प्रति पट्टा साढे 3 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। उपायुक्त ममता यादव रिश्वत लेने के लिए लगातार दबाव बना रही थी। बिना रिश्वत के पट्टे जारी करने से उन्होंने इनकार कर दिया। बाद में कुछ राशि कम देना तय करके पट्टे जारी करने को राजी हो गए तो परिवादी ने एसीबी में शिकायत कर दी।
शिकायत का सत्यापन, फिर कार्रवाई
इस शिकायत का सत्यापन किया गया तो वह सही पाई गई। रिश्वत की राशि सोमवार 7 फरवरी को दोपहर को देना तय हो गया। परिवादी 1 लाख 10 हजार रुपए लेकर JDA पहुंचा तो जोन उपायुक्त ममता यादव को ACB कार्रवाई का संहेद हो गया। ममता ने कम्प्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेने के लिए कह दिया। जब कम्प्यूटर ऑपरेटर ने रिश्वत की राशि ली तो परिवादी ने ACB के अधिकारियों को इशारा कर दिया।
इशारा मिलते ही ACB की टीम JDA दफ्तर पहुंची और कम्प्यूटर ऑपरेटर, जोन उपायुक्त, जेईएन, सहायक लेखाधिकारी और सहायक प्रशासनिक अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। ACB द्वारा गिरफ्तार किए जाने के दौरान जोन आयुक्त ममता यादव हंसती रही। घूसखोरी में गिरफ्तार होने के बावजूद उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी।
ADG दिनेश एमएन JDA दफ्तर में
ACB के एडिशनल SP बजरंग सिंह शेखावत के निर्देशन में डिप्टी एसपी सचिन शर्मा की टीम ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान ACB की टीम ने ममता यादव के कार्यालय का दरवाजा बंद कर दिया। करीब दो घंटे तक कार्रवाई चली। इस दौरान ACB के ADG दिनेश एमएन भी JDA दफ्तर पहुंच गए। रिश्वत की राशि कम्प्यूटर ऑपरेटर के कब्जे से बरामद की गई। लेकिन, रिश्वत के लिए जोन उपायुक्त ममता यादव ने परिवादी पर काफी दबाव बनाया था। इसके सारे सबूत एसीबी ने पहले ही एकत्रित कर लिए थे। ऐसे में रिश्वत के लिए परिवादी पर दबाव बनाने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।