

CBI Raid at IAS Officer : सीनियर IAS अधिकारी विष्णुपद सेठी के घर CBI रेड, कहा कि दलित हूँ इसलिए मुझे फंसाया जा रहा!
हाई वोल्टेज ड्रामा, पद से इस्तीफा देने और आत्महत्या तक की धमकी!
Balasor (Odisha) : सीबीआई ने ओडिशा कैडर 1995 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विष्णुपद सेठी के आधिकारिक आवास पर छापेमारी की। मामला ₹10 लाख की रिश्वत जुड़ा है। छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों और सेठी के बीच तीखी बहस भी हुई। बाद में सेठी ने पत्रकारों से कहा कि मेरे खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है, फिर भी सीबीआई ने मेरे घर की तलाशी ली। यह कार्रवाई मुझे बेवजह परेशान करने की कोशिश है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई बिना किसी पूर्व सूचना के पहुंची और उनकी टीम में कोई महिला अधिकारी मौजूद नहीं थी। जबकि, मेरी पत्नी घर में अकेली महिला थीं। सेठी की पत्नी ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके परिवार को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने आरोप लगाया कि सीबीआई टीम ने उनका मोबाइल फोन ले लिया और बालासोर जिले में उनके पैतृक गांव में भी तलाशी ली।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों द्वारा आवास की तलाशी लेने के बाद सेठी ने नाम और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाए जाने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या करने तक की धमकी दी। सेठी ने कहा कि मामले में निर्दोष होने के बावजूद कोई भी उनकी बात नहीं सुन रहा। ऐसे में वह आत्महत्या कर सकते हैं। आईएएस अधिकारी ने अपने आवास के बाहर और सीबीआई अधिकारियों की उपस्थिति में पत्रकारों से कहा कि मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं और उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर सकता हूं।
आईएएस अधिकारी ने आरोप लगाया कि तलाशी के दौरान वे स्थानीय पुलिस को भी नहीं लाए। आईएएस अधिकारी ने आरोप लगाया कि दलित होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि वे सोचते हैं कि हम घटिया लोग हैं। क्योंकि, मेरे पास कोई राजनीतिक समर्थन नहीं है और मैं एक वंचित समुदाय से हूं। इसके लिए मुझे निशाना बनाया जाता है।
यह भी कहा कि उन्होंने हमेशा सीबीआई के साथ सहयोग किया है और पहले भी दो बार एजेंसी के सामने पेश हुए हैं। उन्होंने टीम में दो अधिकारियों के व्यवहार पर निराशा व्यक्त करते हुए स्पष्ट किया। हालांकि, कोई भी मेरी बात नहीं सुनता और मेरे नाम कोई प्राथमिकी नहीं है। सेठी ने कहा कि मीडिया देख रहा है कि जब मैं मीडिया से बात कर रहा होता हूं तो एक निरीक्षक बार-बार मेरे कंधे को कैसे छू रहा है। मौके पर मौजूद सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि अधिकारी के साथ ऐसा कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ जैसा कि आरोप लगाया गया है। अपने आवास पर सीबीआई अधिकारियों से घिरे सेठी ने कहा कि सीबीआई अधिकारियों ने मेरे आवास पर तलाशी ली। जबकि, मेरे खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है। वे मुझे और मेरे परिवार को अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे सीबीआई अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के मेरे घर की तलाशी लेने आए और उनकी 8 सदस्यीय टीम में कोई महिला अधिकारी शामिल नहीं है। पुरुष अधिकारियों ने मेरे घर की तलाशी ली, जबकि मेरी पत्नी घर में थीं। सेठी की पत्नी ने संवाददाताओं से कहा कि हमें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है और परेशान किया जा रहा है। रिश्वतखोरी मामले में सीबीआई ने पहले सेठी को तलब किया था।
सेठी ने दावा किया कि उनका सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्रीय उपक्रम ब्रिज एंड रूफ कंपनी (इंडिया) लिमिटेड या उसके समूह महाप्रबंधक चंचल मुखर्जी से कोई संबंध नहीं है, जिन्हें पिछले साल रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने सात दिसंबर को मुखर्जी को कथित रूप से भुवनेश्वर स्थित पेंटा ए स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संतोष मोहरणा और बिचौलिया देबदत्ता महापात्रा से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। इस मामले में एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था।
तीनों की गिरफ्तारी के बाद, सीबीआई ने 10 दिसंबर को सेठी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया था। सेठी को भेजे नोटिस में कहा गया था कि ऐसा ज्ञात हुआ है कि आप इस मामले से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों और परिस्थितियों से परिचित हैं जिन्हें आपसे समझना आवश्यक है। सीबीआई ने पिछले साल सेठी के वाहन चालकों से भी पूछताछ की थी।