

CBI Raid : CBI ने रेलवे के पूर्व लोको पायलट के घर पर छापा मारा, आय से 63% ज्यादा सम्पति मिली!
बेटे की शादी में बेहिसाब खर्च किया तो आंख में आए, भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज!
Bhopal : आय से अधिक संपत्ति से जुड़े एक मामले में सीबीआई ने छापामार कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि भोपाल में रहने वाले एक रिटायर्ड लोको पायलट अशोक शर्मा के ठिकाने पर सीबीआई की दबिश के चलते हड़कंप मच गया। वे रेलवे कर्मचारियों की यूनियन डब्ल्यूसीआरएमएस के महामंत्री हैं। उनके निशातपुरा स्थित निवास पर सीबीआई ने यह कार्रवाई की।
अशोक शर्मा हाल ही में रेलवे विभाग से चीफ लोको पायलट के पद से रिटायर हुए हैं। रिटायर होने के बाद भी वे भोपाल के निशातपुरा स्थित सरकारी आवास में निवास कर रहे हैं। सीबीआई टीम ने 19 जून की देर रात अशोक शर्मा के आवास पर दबिश दी थी। सीबीआई ने रेलवे के पूर्व लोको पायलट के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई ने आरोपी अशोक शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीबीआई को अशोक शर्मा की निर्धारित आय से 63% ज्यादा संपत्ति मिली है। पूर्व लोको पायलट के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत सीबीआई ने यह मामला दर्ज किया है। अब सीबीआई जांच करेगी कि उन्होंने वेतन के अलावा कहां कहां से किस मद से आय हुई थी।
आय से 63% ज्यादा संपत्ति पायी गई
CBI ने रिटायरर्ड रेलवे कर्मचारी अशोक शर्मा के यहां छापामार कार्रवाई के बाद इन्वेटीगेशन रिपोर्ट तैयार की, जिसमें अशोक शर्मा की स्थाई और अस्थाई संपत्तियों की पड़ताल की। पाया गया कि शुरुआत में उनके पास 5 लाख 80 हजार रुपए की संपत्ति थी। जो अब बढ़कर एक करोड़, 24 लाख 68 हजार 996 (1,24,68,996 रुपए) रुपए हो गई। ज्ञात आय एक करोड़ 27 लाख 77 हजार 266 रुपए बताई गई। इस दौरान खर्च 90 लाख 47 हजार 380 रुपए हुए। सीबीआई जांच में 81 लाख 59 हजार 97 रुपए यानी 63.85% आय से अधिक संपत्ति का खुलासा किया है।
बेटे की शादी में अनाप शनाप खर्च किया तो आंख में आए
सीबीआई ने रिपोर्ट में बताया कि अशोक शर्मा ने अपने बेटे की शादी में बेहिसाब खर्च किया था। इसके अलावा अशोक शर्मा और उनकी पत्नी के नाम प्राइम लोकेशन पर मकान है। उनका म्युचुअल फंड, इंश्योरेंस में भी इनवेस्टमेंट होने का पता चला है। सीबीआई ने उनकी लाइफ स्टाइल का आकलन करके भी आय का हिसाब लगाया है। जांच में बच्चों के खातों में बड़ी राशि ट्रांसफर करने की भी जानकारी मिली। जिसका सीबीआई ने रिपोर्ट में जिक्र किया है।
अशोक शर्मा ने करीब 39 साल रेलवे में नौकरी की है। वे एक साल पहले ही लोको पायलट के पद से रिटायर्ड हुए हैं। उन्होंन 1985 में नौकरी ज्यॉइन की थी। शुरुआत में एक-डेढ़ साल सोलापुर (महाराष्ट्र) में रहने के बाद भोपाल ट्रांसफर कराकर आ गए थे। उसके बाद रिटायरमेंट तक भोपाल में ही रहे। वर्तमान में रेलवे के सरकारी क्वार्टर में निवासरत हैं।