Change in Weather : दिन की शुरुआत बारिश से, सुबह फिर हवा में ठंडक बढ़ी!

अगले 3 दिन अभी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना, तापमान भी गिरा!

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Change in Weather

Change in Weather : दिन की शुरुआत बारिश से, सुबह फिर हवा में ठंडक बढ़ी!

Indore : रविवार सुबह 6 बजे लोगों की नींद बारिश की आवाज और ठंडी हवाओं से खुली। लगातार तीन दिन बारिश होने से मौसम का मिजाज बदल गया। तापमान बढ़ना शुरू हुआ था, कि बेमौसम की बारिश ने फिर मौसम में ठंडक ला दी। बारिश से रात का पारा 4 डिग्री गिर गया। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा। मार्च और अप्रैल में अब तक 5.8 मिमी पानी बरस चुका है।

रविवार अलसुबह बारिश हुई, शनिवार रात भी बूंदाबांदी हुई और शुक्रवार देर रात तक पूरा शहर अलग-अलग समय पर भीगता रहा। 17 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिणी हवा चली। अधिकांश फीडर बंद होने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल रही। बारिश होने से अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 18.9 डिग्री रिकाॅर्ड हुआ जो औसत से 4 डिग्री कम रहा।

मार्च और अप्रैल में अब तक 5.8 मिमी पानी बरस चुका है। बदले मौसम से विशेषज्ञ भी हैरान हैं। उनके मुताबिक इसका असर मानसून चक्र पर भी पड़ सकता है। अगले 3 दिन ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है। मौसम को लेकर दो दिन पहले विभाग ने जो आसार जताए थे वो सही साबित हुए। सुबह मौसम साफ रहता है और धूप भी चढ़ती है, लेकिन दोपहर बाद बादलों के उमड़ने के साथ तेज हवा चलने लगती है और शाम तक और बारिश शुरू हो जाती है। तीन दिन से वही हो रहा है। बेमौसम हुई बारिश से दिन और रात के तापमान में गिरावट आई। शनिवार सुबह भी बादल छाए हुए हैं और मौसम ठंडा बना। सुबह हवा की रफ्तार 6 किमी प्रति घंटा थी। शाम को हल्की बारिश हुई।

क्यों बदल रहा है मौसम
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अभी उत्तर भारत में दो मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं और चक्रवात का असर भी है। इसके चलते इंदौर सहित आसपास के क्षेत्रों में तीन-चार दिन बादल छाएंगे और हल्की बारिश के आसार हैं। आने वाले अप्रैल के बाद अब मई भी गर्मी का अहसास नहीं दिलाएगा। मौसम विभाग (IMD) का पूर्वानुमान है कि पूर्व, पूर्वोत्तर और पाकिस्तान की सीमा से लगे उत्तर-पश्चिमी भारत को छोड़कर बाकी हिस्सों में मई में तापमान 40 डिग्री को पार नहीं कर पाएगा।

यूपी, बिहार, झारखंड, प. बंगाल, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय गुजरात और सीमावर्ती राजस्थान को छोड़कर किसी भी हिस्से में हीटवेव की आशंका बहुत कम है। हालांकि, बिहार, झारखंड, प. बंगाल और ओडिशा में हीटवेव के दिन सामान्य से ज्यादा हो सकते हैं।

मई में उत्तर-पश्चिमी व मध्य के राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। इसी वजह से तापमान कम रहेगा। मई में औसत 61.4 मिमी बारिश होती है। अभी मौसम विभाग ने कम गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है।

मानसून भी जल्दी आएगा?
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की केरल में दस्तक देने की तारीख 1 जून है। सटीक अनुमान 15 मई तक लग सकेगा। मध्य मई में अंडमान सागर के पास बंगाल की खाड़ी में समुद्री तूफान पनप सकता है। वह देश के कुछ हिस्सों में अच्छी प्री-मानसूनी बारिश करा सकता है। अप्रैल-मई में भारतीय जमीन पर सतही तापमान का मानसून से सीधा संबंध नहीं है। मानसून समुद्र के दो सिरों की समुद्री सतह के तापमान पर निर्भर करता है। न्यूट्रल स्थिति में मानसून सामान्य रहता है। अल-नीनो में सूखा और ला-नीना में ज्यादा बारिश होती है। इस समय न्यूट्रल स्थिति है।