Cleanliness survey 2021: स्वच्छता में इंदौर पांचवीं बार देश में छाया
कौशल किशोर चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
राजनीति में ऐसे क्षण बड़ी मुश्किल से मिलते हैं, जब आरोप-प्रत्यारोप से परे पक्ष-विपक्ष सुर में सुर मिलाने का मन बनाने को मजबूर हों। शनिवार को ऐसा क्षण आखिर आ ही गया, जब उपचुनावों में आरोपों-प्रत्यारोपों की कड़वाहट के बाद सभी एक साथ प्रदेश की उपलब्धि पर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।
सभी बराबरी से आनंदित थे, प्रफुल्लित थे और बधाईयां देते हुए खुशी महसूस कर रहे थे। गौरव का यह क्षण था, इंदौर का स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार पांचवी बार देश में नंबर वन का खिताब पाना। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों खिताब लेने मंत्री भूपेंद्र सिंह अपने सहयोगियों, विभागीय अफसरों के साथ दिल्ली पहुंचे।
इंदौर जब लगातार पांचवीं बार देश में छाया, तो न केवल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और नेता प्रतिपक्ष-प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभी के मन को भाया बल्कि सभी ने दिल खोलकर इंदौर की जनता का अभिवादन भी किया। इंदौर की जनता के साथ-साथ विभागीय अमले को श्रेय देना भी नहीं भूले सभी बराबरी से।
वैसे अगर हम कहें कि वाह इंदौर…तो कोई बड़ी बात नहीं। इंदौर ने स्वच्छता में लगातार पांचवीं बार पहला स्थान हासिल किया है, भले ही सरकार भाजपा की रही हो या कांग्रेस की। पर इंदौर ने अपना खिताब ठीक उसी तरह कायम रखा, जिस तरह किसानों की मेहनत से प्रदेश में लगातार बढ़ते फसलों के उत्पादन के चलते मध्यप्रदेश लगातार पांचवी, छठवीं, सातवीं बार भी कृषि कर्मण पुरस्कार हासिल करने में कभी नहीं चूका, सरकार भले ही भाजपा की रही हो या कांग्रेस की।
और जिस तरह स्वच्छता के लिए इंदौर की जनता हमेशा ही बधाई पाने में राजनैतिक भेदभाव का शिकार नहीं हुई, ठीक उसी तरह प्रदेश को कृषि कर्मण पुरस्कार मिलने पर किसानों को भी सभी राजनैतिक दलों ने बधाई भी दी और खुद को गौरवान्वित भी महसूस किया।
प्रदेश की उपलब्धियों के यह क्षण निश्चित तौर पर राजनेताओं पर गर्व करने का अवसर भी प्रदान कर ही देते हैं। हालांकि नाथ ने विपक्षी धर्म का पालन करते हुए सरकार से यह मांग भी की है कि पुरस्कृत नगरीय निकायों के सफाई कर्मियों को दस-दस हजार रुपए की राशि से सम्मानित किया जाए। क्योंकि सरकार पहले भी पुरस्कृत होने पर पांच-पांच हजार की राशि से सम्मानित करने का नवाचार कर चुकी है।
अब इतना तो बनता है कि विपक्ष के धर्म का निर्वाह कर सरकार पर विपक्ष का थोड़ा सा प्यार तो उड़ेला जाए सो नाथ ने उड़ेल दिया। और मामा भी चौथी बार के मुख्यमंत्री हैं, सो जैसे किसानों को केंद्र सरकार छह हजार रुपए साल भर में दे रही थी और मामा जब चौथी बार सीएम बने सो बोले जब मोदी जी दे रहे हैं तो मामा भी चार हजार मिलाकर दस हजार रूपए हर साल देंगे किसानों को। आखिर मामा सोच लें तो कोई ताकत नहीं रोक सकती उदार दिल से सफाई कर्मियों के पुरस्कृत होने में।
खैर देखें किसका क्या अंदाज था बधाई देने का। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौरी अंदाज में ट्वीट किया कि “अरे वाह भिया, छा गया अपना इंदौर फिर से। इंदौर अद्भुत है,गजब है। धन्य है इंदौर की जनता,इंदौर की जनता को मेरा प्रणाम, जिन्होंने इंदौर को लगातार 5वीं बार स्वच्छता में शीर्ष पर बनाए रखा।
बधाई जनप्रतिनिधियों को,सांसद,विधायक, प्रशासन,स्वच्छता कर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों को। बधाई इंदौर..। तो दूसरे ट्वीट में लिखा कि प्रदेश के शहरी विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह जी को बहुत-बहुत बधाई। मेरा मन आनंद से भरा है, ये इंदौर है जो निरंतर स्वच्छता के विभिन्न मानकों पर नंबर वन आ रहा है। ये इंदौर की जनता की इच्छाशक्ति का परिणाम है, जो अपने शहर को अपने घरों की तरह स्वच्छ रखने का संकल्प लिए हुए है।
तो एक ट्वीट में लिखा कि आदरणीय पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से स्वच्छता पथ पर चल पड़े पूरे देश की तस्वीर बदल रही है। मेरे प्यारे इंदौरवासियों ने तो कमाल कर दिया। सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में इस शहर ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर हम सभी को गौरवान्वित किया। आप सभी को बहुत बधाई, सभी को प्रणाम।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शुभकामनाएं दी कि मध्य प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इंदौर पांचवी बार नंबर वन आया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, इंदौर प्रशासन की पूरी टीम, स्वच्छता के काम में लगे बंधु, जो दिन रात एक कर के इंदौर को स्वच्छ बनाने में लगे हैं। सभी को बधाई, खास तौर पर इंदौर की जनता का योगदान है। जनता ने मन मानस से इसकी स्वीकार्यता दी और इंदौर को स्वच्छ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके लिए सभी को बहुत शुभकामनाएं। अन्य राज्यों के शहर जो सर्वेक्षण में आए हैं, उनको भी बधाई।
तो पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया कि हम सभी के लिए गौरव का क्षण है कि मध्य प्रदेश का इंदौर शहर लगातार पांचवीं बार स्वच्छता में देश में प्रथम आया है। इस उपलब्धि के लिए मैं इंदौर की जनता के जज्बे व समर्पण को प्रणाम करता हूँ , नमन करता हूँ।
साथ ही इसका श्रेय इंदौर के समस्त सफाई कर्मियों , इंदौर की जनता की जागरूकता को , तमाम स्वयंसेवी संगठनों , प्रशासन की पूरी टीम और तमाम जनप्रतिनिधियों को देता हूँ ,जिनकी मेहनत ,समन्वय व समर्पण भावना से प्रदेश के इंदौर ने लगातार पांचवीं बार यह गौरव हासिल किया है।
साथ ही मैं देश के और प्रदेश के उन सभी शहरवासियों को भी बधाई देता हूँ , जिन्होंने देश के स्वच्छ शहरों की रैंकिंग में अपना स्थान बनाया है। मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील करता हूँ कि प्रदेश के जिन-जिन शहरों को स्वच्छता को लेकर पुरस्कार मिले हैं, उन सभी शहरों के प्रत्येक सफाई कर्मियों को 10-10 हज़ार रुपये की राशि प्रोत्साहन व सम्मान स्वरूप देकर उनका हौसला बढ़ाएं , उनकी मेहनत व कर्तव्य परायणता को नमन करें।
यह आनंद शनिवार को पूरे दिन मध्यप्रदेश में बना रहा। मुख्यमंत्री हनुवंतिया गए तो जल महोत्सव का शुभारंभ करते हुए बोले कि जीवन आनंद के लिए है और पर्यटन हमें यह अवसर प्रदान करता है। पर्यटन के माध्यम से लोगों के जीवन में आनंद लाने का प्रयास जारी है।
तो लोग भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे अपने शहर की उपलब्धियों के जरिए पक्ष-विपक्ष सभी को बराबरी से आनंदित और गौरवान्वित करने में। तो आनंद और उपलब्धियों का यह सिलसिला चलता रहे। स्वच्छता के मामले में अभी 31 अलग-अलग क्षेत्रों में प्रदेश को पुरस्कार मिले हैं, तो अगले साल पुरस्कारों की संख्या और उपलब्धि पाने वाले शहरों की संख्या में और इजाफा हो और साल-दर-साल प्रदेश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को साकार करता रहे। बधाई मध्यप्रदेश… बधाई इंदौर…।