Collector Will Bear Expenses of Education : घर वालों ने पढ़ाने से इंकार किया तो लड़की कलेक्टर के पास पहुंची, अब कलेक्टर उसे पढ़ाएंगे!

जानिए, क्या था मामला जो कलेक्टर ने ये फैसला किया!

83

Collector Will Bear Expenses of Education : घर वालों ने पढ़ाने से इंकार किया तो लड़की कलेक्टर के पास पहुंची, अब कलेक्टर उसे पढ़ाएंगे!

Singroli : जनसुनवाई में एक लड़की रोती हुई कलेक्टर के पास पहुंची। कलेक्टर ने भी उसकी बात सुनी और दरियादिली दिखाते हुए उसकी समस्या हल की। दी। सिंगरौली में एक मामला सामने आया है। कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला के पहल की अब हर तरफ तारीफ हो रही है। मामला बंधौरा गांव से जुड़ा है। कलेक्टर चंद्रशेखर शु्क्ला लोगों की समस्या सुन रहे थे। इस दौरान रोते-बिलखते हुए एक लड़की लड़के के चेंबर में पहुंची। जिसके बाद कलेक्टर से लड़की से बात की और पूरा मामला जाना।

जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर बंधौरा गांव की एक छात्रा अपने परिवार से नाराज होकर कलेक्टर के पास पहुंची थी। कलेक्टर के चेंबर में पहुंचते ही वह जोर-जोर से रोने लगी। उसने कलेक्टर को बताया कि वह आगे पढ़ाई करना चाहती है, लेकिन उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है जिस कारण से उसे आगे पढ़ाने से इंकार कर दिया। कलेक्टर ने बात सुनकर लड़की को भरोसा दिलाया।

 

कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने छात्रा की बात सुनकर कहा कि चुप हो जाओ। इसके बाद कलेक्टर ने छात्रा के लिए खाने की व्यवस्था की। महिला काउंसलर को बुलाकर बच्ची को समझाया भी। छात्रा की समस्या सुनने के बाद कलेक्टर ने छात्रा को भरोसा दिया की वह अपने पैसे से छात्रा को पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि छात्रा के आगे की पढ़ाई के लिए वह फ्री कोचिंग की भी व्यवस्था करेंगे।

 

परिजनों को फोन लगाया

लड़की की बात सुनकर कलेक्टर ने उसके परिजनों को फोन लगाया। परिजनों ने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद कलेक्टर ने परिजनों को भी समझाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आपकी बेटी मेरे पास है उसे सुरक्षित भेज दिया जाएगा। समस्या का समाधान करने के बाद कलेक्टपर ने छात्रा को उनके घर तक छोड़ने के लिए वाहन की व्यवस्था की। कलेक्टर के इस फैसले की जमकर तारीफ हो रही है। लोग कलेक्टर की इस पहल को अच्छी पहल बता रहे हैं।