Collector’s Initiative: जनसुनवाई में SDM से लेकर तहसीलदार तक ऑनलाईन, मौके पर शिकायतों का निराकरण
भोपाल. मध्यप्रदेश में हर मंगलवार अफसरों की जनसुनवाई तो होती है लेकिन ऐसा नहीं हो पाता कि वहां मामलों का तुरंत निपटारा हो जाए। लेकिन विदिशा में अब ऐसा नहीं होगा। यहां के नवागत कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने यहां एक ऐसा नवाचार शुरु किया है जिसमें मंगलवार कों उनकी जनसुनवाई में अब जिले के एसडीएम से लेकर तहसीलदार तक को ऑनलाईन वीसी के जरिए जोड़ा जाता है और तहसील और ग्राम स्तर तक की शिकायतों पर भी तत्काल एक्शन लिया जाता है। इससे एसडीएम और तहसीलदारों की जनसुनवाई के बाद महीनों तक शिकायत के निराकरण न हो पाने की समस्या जिले में समाप्त हो जाएगी।
प्रदेश के जनसंपर्क संचालक से विदिशा कलेक्टर बनाए गए रौशन कुमार सिंह ने जिले में कार्यभार संभालने के बाद जनसुनवाई की तो उसमें जिले के सभी अनुभाग और सभी सभी तहसीलों के एसडीएम और तहसीलदारों को भी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए ऑनलाईन जोड़ने का काम शुरु किया है। सिंह का कहना है कि आमतौर पर सभी एसडीएम और तहसीलदार ब्लॉक स्तर पर जनसुनवाई करते है लेकिन वहां जनसुनवाई के बाद यदि उस मामले में निर्णय के लिए जिन भी स्तरों पर निर्देश भेजे जाने है वे भेजे जाते है और कागज एक महीने तक घूमता रहता हे। ऐसे में जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों का निराकरण होंने में भी महीनों लग रहे थे।
अब उनकी जनसुनवाई से वे जिले के एसडीएम और तहसीलदारों को भी जोड़ लेते है। उनके पास यदि कोई अपनी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत करता है और वह किसी तहसील या गांव से जुड़ी होती है तो संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को तत्काल वीसी के जरिए लाइन पर लेकर उनसे शिकायत के संबंध में पूछा जाता है। यदि इसमें किसी न्यायालय में मामला लंबित है तो वे बता देते है और यदि निराकरण उनके स्तर पर होना है तो तत्काल पटवारी, आरआई को भेजकर अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश दे दिए जाते है।
इसी तर्ज पर अब किसी विभाग से जुड़ी शिकायत जनसुनवाई में आती है तो उस विभाग के अधिकारी को टेलीफोन पर या कागज पर निर्देशित करने के बजाय तत्काल वीसी में ऑनलाईन जोड़ा जाएगा और शिकायत पर तत्काल चर्चा कर उसका निराकरण किया जाएगा। कलेक्टर का कहना है कि तहसील, ग्राम स्तर की शिकायतों पर इस प्रक्रिया से एक-दो दिन के भीतर कार्यवाही हो जाएगी। शिकायतकर्ता को त्वरित न्याय मिलेगा।
गांव से पशु रोड पर ही न आए इसके लिए सुबह सड़कों पर निकलते है कलेक्टर
प्रदेशभर में निराश्रित पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने के लिए अभियान चल रहा है। विदिशा कलेक्टर सुबह-सुबह सड़कों पर निकलते है। सड़क पर मवेशी दिखे या यातायात अनियंत्रित मिले और गंदगी के ढेर सड़क या आसपास दिखाई दे तो तत्काल क्षेत्र के संबंधित अधिकारी को मौके पर बुलाकर इन्हें ठीक कराया जाता है। कलेक्टर ने जनपद के सीईओ, ब्लॉक लेबल अधिकारियों, एसडीओ, टीआई को निर्देश दे रखे है कि पालतू गौवंश गांव से ही शहरों की सड़कों पर न आ पाए ऐसा इंतजाम करें। लोग दूध निकालकर पशुओं को सड़कों पर छोड़ देते है। इससे यातायात व्यवस्था गड़बड़ाती है। शाम को फिर गौवंश को लोग ले जाते है। अब ऐसा नहीं होगा गांव से गौवंश शहर की सड़कों पर ही नहीं आ पाएंगे। वहीं गंदगी के ढेर पर तत्काल वीडियो कॉलिंग कर संबंधित को बताया जाता है और एक घंटे के भीतर वहां सफाई हो जाती है।