
‘एसआईआर’ के दौर में पचमढ़ी में कांग्रेस की ‘एसआईटी’ …
कौशल किशोर चतुर्वेदी
कांग्रेस इन दिनों एसआईआर यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का खुलकर विरोध कर रही है और ऐसे में पचमढ़ी में मध्य प्रदेश के नवनियुक्त जिला कांग्रेस अध्यक्षों को विशेष गहन प्रशिक्षण यानी स्पेशल इंटेंसिव ट्रेनिंग (एसआईटी) दी जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की मौजूदगी में राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रभारी सांसद सचिन राव ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों को राजनीति की ठोस जमीन पर कांग्रेसी विचारधारा की क्रीज पर रहते हुए सत्ताधारी दल के खिलाफ मुद्दा आधारित चौके-छक्के लगाने की विशेष ट्रेनिंग की शुरुआत कर दी है। 10 दिनों तक पचमढ़ी की वादियों में चिंतन-मनन और प्रशिक्षण का यह दौर चलने वाला है जिससे कांग्रेस की जमीन 2028 के लिए पूरी तरह से मजबूत हो सके। संगठन सृजन अभियान के अंतर्गत पार्टी के इन सभी अहम पदाधिकारियों को बूथ, कैडर मैनेजमेंट, आइटी, सोशल मीडिया, जनता से जुड़े मुद्दों और सत्ताधारी दल को पल-पल कटघरे में खड़ा करने के गुर सिखाए जाएंगे। मध्यप्रदेश कांग्रेस के इस प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित सभी दिग्गज नेता जिलाध्यक्षों को चुनावी जीत का मंत्र देंगे। यहां भविष्य की चुनौतियाें पर भी मंथन होगा। पहले दिन कार्यशाला का शुभारंभ हुआ, जिसमें संगठनात्मक ढांचे, पार्टी की विचारधारा, कार्यप्रणाली एवं आगामी रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
पचमढ़ी में शुरू हो चुके कांग्रेस के इस महामंथन शिविर में एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत विमर्श होने वाला है। नए नियुक्त जिलाध्यक्षों को पार्टी की रीति-नीति, विचारधारा और संगठनात्मक ढांचे की गहन ट्रेनिंग दी जाएगी। संगठन सृजन अभियान के बाद यह प्रशिक्षण जिला स्तर पर पार्टी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण बूस्टर डोज साबित हो सकता है, यदि कांग्रेस ने वास्तव में बदलाव का मन बना लिया है। तब यह एसआईटी (स्पेशल इंटेंसिव ट्रेनिंग) कांग्रेस संगठन की जमीनी ताकत को सशक्त बनाने और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने के उद्देश्य में अवश्य सफल होगी।
प्रशिक्षण में रोज सुबह व्यायाम होगा। इसके बाद पूरे दिन अलग-अलग विषयों के सत्र होंगे। ओपन सेशन भी होगा जिसमें कार्यकर्ता विषय के बारे में सवाल कर सकते हैं। विषय विशेषज्ञ उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेंगे।
मध्यप्रदेश में संगठन को गढ़ने में जुटी कांग्रेस का यह प्रशिक्षण शिविर 2 नवंबर से 11 नवंबर तक चलेगा।
बिहार चुनाव के प्रथम चरण के बाद मल्लिकार्जुन और राहुल के पचमढ़ी आने की संभावना है। कांग्रेस के प्रशिक्षण विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिव राव, संगठन सृजन के राष्ट्रीय प्रभारी रहे शशिकांत सेंथिल, एआइसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल, सुप्रिया श्रीनेत, जयराम रमेश, पवन खेड़ा आदि जिलाध्यक्षों को प्रशिक्षण देने आएंगे। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, जीतू पटवारी, , उमंग सिंघार समेत दूसरे प्रदेशों से अन्य नेता भी जमीनी कार्यकर्ताओं को टिप्स देंगे।
शिविर में संगठन की मजबूती और नई कार्ययोजना पर चर्चा हुई है और होती रहेगी। प्रतिभागियों में उत्साह और टीम भावना विकसित करने पर विशेष जोर दिया गया और दिया जाएगा। मुख्य उद्देश्य कांग्रेस की सत्ता में वापसी और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करना है। प्रशिक्षण में जनता से जुड़ाव और संगठन की नीतियों को अंतिम पंक्ति तक पहुंचाने के तरीकों पर मार्गदर्शन दिया गया है और दिया जाएगा। वहीं कार्यक्रम से मीडिया को पूरी तरह दूर रखा गया है। होटल के कवर्ड हॉल में आयोजित प्रशिक्षण स्थल के बाहर एक सूचना चस्पा की गई है, जिसमें मीडिया और कैमरों को प्रवेश की अनुमति नहीं होने की बात कही गई है। कार्यक्रम से संबंधित सभी जानकारी मीडिया सेल के माध्यम से ही सार्वजनिक की जाएगी। ताकि मीडिया ट्रायल कांग्रेस पदाधिकारियों के मनोबल पर सीधा प्रहार न कर सके।
यानी मध्य प्रदेश कांग्रेस एक बार फिर 2028 में उस दौर को वापस लौटाने की तैयारी कर रही है, जो कम से कम एक दशक तक कांग्रेस को पूर्ण संजीवनी प्रदान कर सके। इसलिए पचमढ़ी में हाइलैंड में कांग्रेस के नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को जमीन पर उतरकर सत्ता का आकाश छूने की तैयारी करने के तरीके बताए जाएंगे। सृजन के बाद चिंतन-मनन और इसके बाद भी सत्ता में वापसी का हर जतन का दौर चलता रहेगा। फिलहाल एसआईआर के दौर में कांग्रेस की पचमढ़ी में संपन्न हो रही एसआईटी उमंग और जीत का जज्बा तो पैदा करेगी ही…और एसआईटी में सबसे ज्यादा चिंतन-मनन भी एसआईआर पर ही होगा, जिसका असर आगामी दो महीने कांग्रेस जिलाध्यक्षों की कार्यशैली में नजर आने की पूरी संभावना है।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।





