भोपाल। प्रदेश के विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम और तृतीय-सत्र के परीक्षार्थी जो स्वयं कोविड से अथवा संक्रमण की वजह से अपने शहर (निवास स्थान) से परीक्षा केन्द्र जाने में असमर्थ हैं, ऐसे विद्यार्थी की परीक्षा समाप्ति के 10 दिन में समय-सारणी जारी कर दो सप्ताह में परीक्षा आयोजित की जायेगी।
पॉजिटिव पाये गए विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम भी एक साथ घोषित होंगे जिससे विद्यार्थी का शैक्षणिक-सत्र प्रभावित नहीं होगा।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोविड-19 के संक्रमण को दृष्टिगत वर्तमान में संचालित परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
ऐसे विद्यार्थियों का शैक्षणिक-सत्र बर्बाद नहीं हो, इसके लिये उन्हें परीक्षा बाद में देने की व्यवस्था की गई है। पॉजिटिव विद्यार्थी को परीक्षा दिवस के दिन ही कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट संबंधित आवेदन या दूरभाष पर महाविद्यालय को सूचित करना होगा, जिससे विद्यार्थी को परीक्षा में शामिल होने की छूट मिलेगी।
प्राचार्य परीक्षा समाप्ति के पाँच दिवस में ऐसे विद्यार्थियों की सूची कुलसचिव, संबंधित विश्वविद्यालय को प्रेषित करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही प्राचार्य परीक्षा संचालन के दौरान परीक्षार्थियों की उपस्थिति पत्रक में भी इसका उल्लेख करेंगे।
कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के लिए विश्वविद्यालय, महाविद्यालय परिसर में कम से कम छ: फीट की शरीरिक दूरी का पालन, फेस मास्क का उपयोग, श्वसन शिष्टाचार का सख्ती से पालन, खाँसते, छींकते समय टिश्यू रूमाल से नाक और मुँह को कवर करना और उपयोग के बाद टिश्यू का सही ढंग से निस्तारण आदि का पालन सुनिश्चित किए जाने के निर्देश हैं।