Cracked UPSC : ग्राम जुझारपुर का जुझारू शिव बनेगा अब IPS

सेल्फ स्टडी कर UPSC की Crack

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Cracked UPSC

Cracked UPSC: ग्राम जुझारपुर का जुझारू शिव बनेगा अब IPS

संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की एक्सक्लूसिव खबर

इटारसी। नर्मदापुरम जिले की तहसील इटारसी के ग्राम जुझारपुर में रहने वाले शिव मालवीय ने UPSC की परीक्षा पास करके अपने छोटे से गांव का नाम रोशन कर दिया है। UPSC में 391 रैंक पाकर पहली ही बार में उसका इस परीक्षा में IPS अफसर के रूप में चयन होने की उम्मीद है।

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शिक्षक विजय मालवीय, मां अर्चना मालवीय, चाचा विष्णु मालवीय, दादा कंछेदीलाल ने बताया कि शिव प्रतिदिन 18 से 20 घंटे की पढ़ाई करता था। पिता विजय मालवीय के शिक्षक होने का फायदा मिला तो चाचा विष्णु मालवीय अकाउंट का काम संभालते हैं, उनसे भी उसे प्रेरणा मिली और शिव सेल्फ स्टडी से पास हुआ है।

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शिव मालवीय ने बताया कि पिता शिक्षक होने से मुझे गाइड लाइन मिली एवं परिवार में सभी शिक्षित होने से मां और पिता ने मेरे लिए जो संघर्ष किया, वह उनका आजीवन ऋणी हो गया है। यह उन्हीं का आशीर्वाद है, जिससे मेरा IPS में चयन हुआ है।

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*एकांत में रहना पड़ा, दोस्तों की शादियां तक छोड़ना पड़ीं*

22 वर्षीय शिव मालवीय ने बताया कि संघर्ष के दिनों में छह साल तक अकेला ही रहा। पढ़ाई में व्यस्त होने के कारण समाज, परिवार और दोस्तों की शादी, जन्मदिन तक में शामिल नहीं हुआ क्योंकि यदि वहां जाता तो पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पाता। अब कामयाबी हासिल हुई है, इसलिए समाज से जुड़कर ही रहूंगा।

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शिव ने बताया कि अब कुछ दिन परिवार के साथ बिताएंगे। अपने गांव से मेरा भावनात्मक रिश्ता रहा है। गांव और शहर के जो भी बच्चे मार्गदर्शन चाहेंगे तो मैं मदद करूंगा। जो परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनकी आर्थिक मदद भी करूंगा।

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पिता ने कहा कि बेटा छह साल से प्रतियोगी परीक्षा के लिए इंदौर में रहकर तैयारी कर रहा था। बारहवीं तक की शिक्षा उसने सेंट मेरी स्कूल से की, इसके बाद वह कोचिंग के लिए इंदौर गया। यहां दिन-रात मेहनत के बाद उसे यह कामयाबी हासिल हुई है। सफलता की उम्मीद को लेकर उन्होंने कहा कि बेटे की मेहनत पर उनको पूरा भरोसा था।

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परिणाम जारी होते ही पूरा गांव विजय मालवीय के घर पहुंच गया। शिव मालवीय की मां अर्चना मालवीय गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि बचपन से ही शिव पढ़ाई में होनहार रहा है, वह दिन भर तैयारी में लगा रहता था।

पिता विजय मालवीय ने बताया कि वे आदिवासी विकासखंड केसला के ग्राम टांगना में शिक्षक हैं। परिवार में दो बेटे हैं। बड़े बेटे राज मालवीय का रेलवे सेवा ग्रुप सी समूह में पहले ही चयन हो चुका है, उसे ज्वाइन करना है। इस बीच यह दोहरी खुशी हासिल हुई है।

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पढ़ाई की वजह से वह घर भी कम आता था, एक भी क्लास नहीं छोड़ी। कोचिंग के अलावा पूरा समय वह पढ़ाई में लगा रहता था, मोबाइल फोन से दूर रहकर नियमित अभ्यास, नोट्स की तैयारी एवं अपडेट्स के लिए वह समाचार पत्र पढ़ता था।

श्री मालवीय ने कहा कि वह चाहते हैं कि बेटा एक अच्छा अफसर बनकर पीड़ितों की सेवा करे। परिणाम आने के बाद शिव ने अपने दोस्तों के साथ इटारसी रेलवे स्टेशन के सामने स्थित दक्षिण मुखी सिद्ध श्री हनुमान मंदिर में पूजा कर प्रसाद बांटा।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2022 के अपने फाइनल रिजल्ट घोषित किए। परीक्षा में मप्र के कई बेटे-बेटियों ने अच्छी रैंक हासिल कर सफलता पाई। तो इस परीक्षा से नर्मदापुरम संभाग भी पीछे नहीं रहा। नर्मदापुरम जिले के जुझारपुर गांव के बेटे शिव मालवीय ने 391वीं रैंक हासिल की है।

22 साल के शिव मालवीय के पिता विजय मालवीय, ग्राम टांगना में एक प्राइमरी स्कूल के टीचर हैं। शिव मालवीय ने 391 वीं रैंक हासिल कर नर्मदापुरम जिले का नाम रोशन किया। इस खबर के आने के बाद इटारसी से 5 किमी दूर बसे ग्राम जुझारपुर में जश्न शुरू हो गया। ग्रामीणों ने ढोल ढमाकों के साथ शिव का स्वागत कर मुंह मीठा कराया।

शिव मालवीय ने सेल्फ स्टडी की बदौलत पहले ही अटेम्प्ट में यह सफलता प्राप्त की है। पिता विजय मालवीय ने बताया कि वे प्राथमिक शाला ग्राम टांगना, तहसील, केसला में सरकारी शिक्षक हैं। परिवार में दो बेटे हैं। बड़े बेटे राज को भी रेलवे में सेकंड क्लास ऑफिसर की पोस्ट पर जॉब मिल चुका है। अब छोटे बेटे शिव ने हमारा सपना पूरा कर दिया। कड़ी मेहनत, रात दिन अध्ययन की बदौलत शिव को यह कामयाबी मिली।

शिव मालवीय ने बताया कि उन्होंने इंदौर में देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय से बीए में स्नातक किया है। 4 साल से वे सेल्फ स्टडी कर रहे थे। नियमित अभ्यास जारी रखा। इस मेहनत का ही परिणाम आज इस सफलता के रूप में सार्थक हुआ है। शिव मालवीय के परिवार और दोस्तों ने रेलवे स्टेशन, इटारसी के ठीक सामने स्थित हनुमान मंदिर में ढोल ढमाकों के साथ पूजा अर्चना करते हुए गांव के लिए प्रस्थान किया। गांव में भी जमकर जश्न मनाया गया।

अब शिव को रैंक के अनुसार IPS बनाया जाएगा। सेंट मेरी स्कूल में बारहवीं तक पढ़ाई के दौरान भी वह टॉपर रहा। इटारसी से ही 12 वीं की परीक्षा मैथ्स साइंस के साथ 89 प्रतिशत अंकों से पास की।

2022 के जून माह में प्रीलिम्स, सितंबर में मेन्स फिर फरवरी 2023 में इंटरव्यू दिया। इस खबर से पूरा गांव जश्न में डूबा हुआ है। शिव ने बताया कि रिजल्ट आज आने वाला था, जिसका वे इंतजार कर रहे थे। साथ ही 28 मई को होने वाली UPSC प्री के लिए भी पढ़ाई कर रहे थे।

टेलीग्राम ग्रुप पर जानकारी मिलते ही उन्होंने रिजल्ट चेक किया। नाम देख उन्हें यकीन नहीं हुआ। इसलिए उन्होंने स्वयं और उनके भाई राज मालवीय दोनों ने करीब 10-15 बार चेक किया। यकीन होने के बाद माता-पिता को सबसे पहले यह खुश खबरी सुनाई। जिसे सुन सभी चौंक गए। उन्होंने बताया कि आईएएस तो नहीं, पर आईपीएस कैडर जरूर मिल सकता है।