Cyber Fraud: रिटायर्ड पुलिस अफसर के नाम से सायबर धोखाधड़ी, व्हाट्सअप आईडी बनाकर ऑनलाइन ठगी का प्रयास
महू से दिनेश सोलंकी की रिपोर्ट
महू। पुलिस अब सीधे सीधे सायबर अपराध की जांच को लेकर हाथ खड़ी करने लगी है, भले ही मामला उनके ही विभाग के सेवानिवृत ऑफिसर का ही क्यों न हो।
महू में पूर्व में SDOP रहे पुलिस अफसर अरुण कुमार मिश्रा जो हाल मुकाम सेवानिवृत होकर अमेरिका में निवास कर रहे हैं, के नाम की व्हाट्सअप आईडी बनाकर अब ऑनलाइन ठगी की जा रही है।
महू स्थित बाबा साहब आम्बेडकर जन्मस्थली स्मारक के पूर्व सचिव मोहनराव वाकोड़े इस ठगी के शिकार होते होते बच गए लेकिन कोई और इसका शिकार न हो जाए ये सोचकर पुलिस महू को शिकायत करने पहुंचे थे। मगर पुलिस ने दो टूक कह दिया हम कुछ नहीं कर सकते।
वाकोड़े ने बताया कि रिटायर्ड SDOP मिश्रा का हवाला देकर एक कॉल मुझे व्हाट्सअप पर आया कि मुझे मिश्राजी ने आपसे बात करने को कहा है। मैं सीआरपीएफ का कमाण्डेन्ट हूँ, इंदौर से बोल रहा हूँ।
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वाकोड़े ने आगे बताया कि उक्त कमाण्डेन्ट ने कहा कि वे ट्रांसफर होकर कश्मीर जा रहे हैं इसलिये अपना कुछ बहुमूल्य सामान सस्ते में बेचना चाहते हैं। इसलिये आप यदि पैसा दे दें तो मैं सामान लोड करके फिजवा दूँ। कथित कमाण्डेन्ट ने सामान के फोटो भेजे जिसमें डायनिंग टेबल, एसी, वाशिंग मशीन आदि कीमती सामान की कीमत मात्र 95 हजार रुपए बताई।
वाकोड़े ने कहा कि जब मैंने कहा कि आप सामान भेज दीजिये मैं देखकर पैसे भेज दूंगा। इस पर उसने टाल मटोली करते हुए पहले पैसे भेजने की बात कही और विश्वास जताने के लिये एसडीओपी का मैसेज भी दिखाया। बाद में मुझे शंका हो गई जब मैंने एसडीओपी मिश्रा के नम्बर पर व्हाट्सअप कॉल किया और मैसेज भेजे, जिसका कोई जवाब नहीं आया।
मामले में पुलिस को आगाह करने के लिये मैने निवेदन किया, मगर पुलिस ने ही असमर्थता जता दी। ऐसे में ठगी के शिकार और भी कोई हो सकता है, जबकि ठग ने पुलिस को उसके ही विभाग के किसी समय अफसर रहे व्यक्ति को टारगेट किया है।