Cyber Fraud : लोगों को सायबर ठगी से बचने को लेकर एसपी ने दिया संदेश!
Ratlam : जिले में ठगों के बढ़ते मामलों को लेकर और सायबर ठगी के नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने को लेकर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देश पर सायबर क्राइम सेल टीम के माध्यम से आम लोगों को सायबर ठगी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं।
सायबर फ्रॉड के तरीके और उनसे बचने के तरीकों के बारे पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा द्वारा वीडियो संदेश जारी किया गया।
जिसमें आम लोगों को सायबर धोखाधडी से बचने के लिए पुलिस द्वारा समय-समय पर जारी किए वीडियो संदेशों द्वारा बताई गई सावधानी अपनाने की अपील की गई। रतलाम पुलिस द्वारा सायबर फ्रॉड के नए-नए तरीकों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से जारी किए जा रहे वीडियो को देखने के लिए रतलाम पुलिस के ऑफिशियल फेसबुक पेज एवम व्हाट्सएप चैनल को फॉलो भी कर सकते हैं।
आज के दौर में चल रहे मुख्य सायबर धोखाधडी के तरीके, और उनसे बचने के उपाय!
1. आजकल सायबर अपराधियों द्वारा आम लोगों के फेसबुक अकाउंट को हैक कर उस पर अश्लील सामग्री अपलोड की जा रही है। सायबर अपराधी आपके सोशल मीडिया अकाउंट या जीमेल के पासवर्ड को गेस करते है क्योंकि सामान्यतः आम लोग जीमेल के आसानी से क्रैक किए जा सकने वाले पासवर्ड (जैसे-स्वयं की डेट ऑफ बर्थ, मोबाइल नंबर, गाड़ी का नंबर, फर्स्ट नेम के लेटर्स, आदि) रखते हैं जो कि हमारे सोशल मीडिया अकाउंट पर सायबर अपराधी को आसानी से मिल भी जाते हैं। इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स के साथ आवश्यक रूप से अपनी जीमेल आईडी का पासवर्ड भी स्ट्रॉन्ग एंड यूनिक रखना चाहिए। इसके साथ ही सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर टू स्टेप वेरिफिकेशन सेटिंग्स को ऑन रखना चाहिए।
2. वर्तमान में आसानी से लोन प्रदाय करने संबंधी बहुत सारे एप्लीकेशन सोशल मीडिया एवम प्लेस्टोर पर उपलब्ध हैं। ऐसे एप्लीकेशंस को इंस्टॉल करने पर आपके फोन का पूरा डाटा फ्रॉडस्टर एक्सेस कर लेते हैं और बदले में थोड़े अमाउंट का लोन देकर आपके फोन से कॉपी किए गए डाटा को एडिट कर उससे न्यूड इमेज एवं वीडियो बनाकर आपको और आपके कॉन्टैक्ट्स के लोगो को भेजकर ब्लैकमेल करते है और पैसे की मांग करते है।
इस प्रकार से इंस्टेंट लोन उपलब्ध करवाने वाले एप्लीकेशंस को अपने फोन में इंस्टाल न करे एवं ऐसे किसी भी एप्लीकेशन से लोन लेने से बचे।
3. प्रायः हम लोग किसी भी प्रकार की सहायता के लिए गूगल पर ही कस्टमर केयर का नंबर सर्च करते हैं। लेकिन इस प्रकार से नंबर सर्च करने पर हम धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं, क्योंकि सायबर अपराधियों द्वारा लगभग सभी हेल्पलाइन की कॉपी वेबसाइट बनाकर अपने नंबर हेल्प डेस्क पर अपलोड किए हुए हैं। जिससे हमारी कॉल फ्रॉडस्टर से कनेक्ट हो जाती है। तथा उसके झांसे में आकर हम लाखों रुपए गंवा सकते हैं।
अतः हमें यदि किसी भी एजेंसी का हेल्पलाइन या कस्टमर केयर नंबर की आवश्यकता हैं तो उसे गूगल पर सर्च करने की बजाय उस एजेंसी के वेरिफाइड डॉक्यूमेंट्स जैसे (एटीएम कार्ड, बैंक पास बुक आदि) से लेना चाहिए।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि किसी भी प्रकार की सायबर धोखाधडी का शिकार हो जाने पर उसी समय सायबर हेल्प लाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या अपने नजदीकी पुलिस थाने व सायबर सेल पर संपर्क करें।